संडे बाजार दुकानदारों व राहगीरों के लिए बना मुसीबत
शहर के कॉलेज रोड पर लगने वाला संडे बाजार राहगीरों व आसपास के दुकानदारों के लिए मुसीबत का बाजार बन चुका है। संडे बाजार का कोई समय सीमा निर्धारित न होने के चलते सब्जी विक्रेता दोपहर बाद तक सामान बेचते रहते हैं।
र¨जदर कुमार पंडोत्रा, गुरदासपुर : शहर के कॉलेज रोड पर लगने वाला संडे बाजार राहगीरों व आसपास के दुकानदारों के लिए मुसीबत का बाजार बन चुका है। संडे बाजार का कोई समय सीमा निर्धारित न होने के चलते सब्जी विक्रेता दोपहर बाद तक सामान बेचते रहते हैं। इस वजह से ट्रैफिक में तो विघ्न पड़ता ही है, इसके अलावा संडे बाजार बाकी अन्य दुकानदारों की दुकानों के सामने लगने से उनका भी काम चौपट हो जाता है। इस वजह से वह खासे परेशान है। दुकानदार कई बार संडे बाजार को इस जगह से किसी खुली जगह में लगाने संबंधी जिलाधिकारियों व नगर कौसिल के ईओ को मिल चुके हैं। मगर उनकी मांग को हर बार अनदेखा कर दिया जाता है।
गुरदासपुर में प्रत्येक दिवस सब्जी मंडी में बाजार लगता है लेकिन रविवार को उक्त मंडी बंद होती है। इस कारण पिछले कई सालों से प्रशासन द्वारा कॉलेज रोड पर रविवार को संडे बाजार लगाया जाता है। ताकि शहर वासी व आसपास क्षेत्र के लोग सब्जी आदि की खरीददारी कर सकें। जब यह संडे बाजार नया-नया लगा था, तो उस समय इतनी भीड़ नहीं रहती थी, लेकिन अब संडे बाजार में प्रत्येक रविवार को भारी संख्या में लोग खरीददारी करने हेतु आते हैं। सब्जी विक्रेता भी सड़क के बीच ही अपनी दुकान लगाकर बैठ जाते ।
दुकानदारों अनुसार संडे बाजार को यहां से उठाने की मांग को लेकर वह डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को मांग-पत्र भी दे चुके हैं। इसके अलावा हलका विधायक के समक्ष भी वह अपनी इस मांग को रख चुके हैं। मगर अब तक उनकी मांग को किसी ने भी स्वीकार नहीं किया है। संडे बाजार लगने से यहां कई-कई घंटे जाम लगा रहता है, वहीं खरीददारी करने आते लोग भी अपने वाहन ऐसे ही सड़कों पर पार्क कर चले जाते है, जो लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनते हैं। दुकानदारों व राहगीरों का कहना है कि संडे बाजार लगने से यहां से चौपहिया वाहनों को गुजरने में काफी मुश्किल पेश आती है अथवा कई बार यहां हादसे भी हो चुके है। सब्जी मंडी लगाने के लिए यहां जगह कम है व सब्जी मंडी लगने से आसपास के अन्य दुकानदारों सहित कई लोगों को यहां मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हमारी जिला प्रशासन से मांग है कि इस संडे बाजार को जल्द से जल्द यहां से उठा कर कहीं खुली जगह में लगवाया जाए । ताकि किसी को भी किसी प्रकार की समस्या पेश न आए।
सड़ी गली सब्जियों रास्ते में देते हैं फेंक
लोगों ने कहा कि संडे बाजार में सब्जी विक्रेता अच्छी खासी सब्जियों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा लेते है, मगर जो सब्जी बेकार हो जाती है, उनको किसी डंप में फेंकने की बजाए बीच रास्ते में फेंक देते है। जिससे दो पहिया वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गली-सड़ी सब्जियों से निकलने वाली बदबू से गुजरने वाले लोग मुंह पर रुमाल बांधकर गुजरने के लिए विवश है।
ट्रैफिक पुलिस जाम की स्थिति से निपटने में विफल
कॉलेज रोड पर संडे बाजार लगने के कारण सड़क से गुजरना काफी कठिन हो जाता है। राहगीरों को वहां से गुजरने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है और जाम में फंसे रहना पड़ता है। राहगीरों को 15 से 20 मिनट लग जाते जाम से निकलने में। अगर कोई बड़ा वाहन वहां से गुजरता है तो स्थिति और भी बद से बदतर हो जाती है। वहीं पास ही सरकारी कन्या स्कूल के मेन गेट के समक्ष ट्रैफिक पुलिस का पक्का नाका रहता है। पुलिस द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों के चालान तो काटे जाते है, मगर रविवार को लगने वाले संडे बाजार के कारण लगने वाले जाम की स्थिति से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस विफल साबित हो रही है। चालान काटने से ट्रैफिक समस्या का हल नही हैं।
कई वर्षों से लगाया जा रहा है संडे बाजार : ईओ
इस संबधी नगर कौंसिल के ईओ भू¨पदर ¨सह से वार्तालाप किया गया तो उन्होंने कहा कि यह संडे बाजार कई वर्षों से लगाया जा रहा है। दुकानदारों व अन्य लोगों की मांग पर हमने इसको उठाने की कोशिश की थी,क्योंकि संडे बाजार लगने से कॉलेज रोड पर ट्रैफिक में विघ्न पड़ता था। मगर उस समय सब्जी विक्रेता इकट्ठे होकर डीसी को मिले थे और कहा था कि उनको सप्ताह में केवल एक दिन संडे वाले दिन ही सब्जी मंडी लगाने की अनुमति दी जाए। संडे वाले दिन ही वह सब्जी मंडी लगाते है और पूरा सप्ताह उसी पैसों से अपने घर का खर्च चलाते है। इसलिए यह सब्जी मंडी कृपया बंद न की जाए, जिसके बाद से वह कई वर्षों से संडे बाजार लगाते आ रहे हैं। लेकिन फिर भी यदि सब्जी मंडी लगने से ट्रैफिक समस्या में विघ्न पड़ता है तो हम इस बात को डीसी डिप्टी के ध्यान में लाकर इस समस्या का हल करेंगे। संडे बाजार से किसी को भी कोई मुश्किल पेश नहीं आने दी जाएगी। जब उनसे मंडी की समय सीमा निर्धारित की जाने संबंधी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि संडे बाजार की समय सीमा निर्धारित की गई है और सब्जी विक्रेता अपने समय के आधार पर बाजार को बंद कर देते हैं।