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शहीद मनप्रीत सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित

भारतीय सेना की 6 यूनिट के सिपाही मनप्रीत सिंह का 7वां श्रद्धांजलि समारोह सरपंच राजेंद्र सिंह काहलों की अध्यक्षता में गांव धमराई गुरुद्वारा साहिब में अयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 04:09 PM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 04:09 PM (IST)
शहीद मनप्रीत सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित
शहीद मनप्रीत सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : भारतीय सेना की 6 यूनिट के सिपाही मनप्रीत सिंह का 7वां श्रद्धांजलि समारोह सरपंच राजेंद्र सिंह काहलों की अध्यक्षता में गांव धमराई गुरुद्वारा साहिब में अयोजित किया गया। इसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के भाई गुलजार सिंह, भाभी रूपिदर कौर, बहनें रजवंत कौर, कुलविदर कौर व जसविदर कौर, पुलवामा हमले के शहीद सिपाही मनिदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद सिपाही जितेंद्र कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंसराज आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद मनप्रीत को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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सर्वप्रथम श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के रखे श्री अखंड पाठ का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा वैरागमयी कीर्तन करके शहीद को नमन किया गया। इसके बाद आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुंवर रविदर सिंह विक्की ने कहा सदियों की गुलामी के बाद देश को आजादी मिली है। इस आजादी के पीछे कुर्बानियों का लंबा इतिहास रहा है। उस आजादी की गरिमा को बहाल रखने हेतु सिपाही मनप्रीत सिंह जैसे जांबाज आज भी अपने बलिदान देकर राष्ट्र की एकता व अखंडता को बरकरार रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे देश मिट जाते हैं, जो अपने शहीदों के अमूल्य बलिदानों का स्मरण नहीं रखते। उन्होंने कहा कि वे शहीद मनप्रीत सिंह के भाई और बहनों को शत शत नमन करते हैं, जो पिछले सात वर्षो से अपने शहीद भाई की शहादत की लो का प्रज्वलित रखे हुए हैं। मनप्रीत की शहादत के तीन महीने बाद ही उनकी पत्नी अपने एक साल के बेटे जश्नूर प्रीत को साथ लेकर मायके चली गई तथा कुछ समय बाद दूसरी शादी कर नई दुनिया बसा ली।

शहीद के पिता अमरीक सिंह बेटे की शहादत के दर्द को तो भूल गए, मगर बहू के घर छोड़कर जाने तथा शहीद बेटे की अंतिम निशानी पोते जश्नप्रीत के वियोग को ना सहन करते हुए वे कुछ महीने बाद ही संसार को अलविदा कह गए। माता-पिता के निधन के बावजूद भी शहीद मनप्रीत के भाई गुलजार सिंह व बहनों ने भाई की शहादत को भुलाया नहीं। श्रद्धांजलि समारोह बढ़ाते हैं शहीद परिवारों का मनोबल : अत्री

शहीद मनिद्र सिंह के पिता सतपाल अत्री ने कहा कि शहीदों की याद में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह शहीद परिवारों का मनोबल बढ़ाते हैं तथा एक दूसरे से मिलकर उनका दुख कुछ हल्का होता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शहीद के परिजनों से हर दस अन्य शहीद परिवारों को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर शहीद के नाम पर बड़े सरकारी मिडिल स्कूल में शहीद परिवारों व पंजाब पुलिस की ओर से एचसी मनप्रीत सिंह, सुरिदर सिंह ने शहीद की याद में तिरंगा फहराया। इस मौके पर बंताराम, नंबरदार गुरनाम सिंह, सतनाम सिंह, मनमोहन सिंह, कमल वीर सिंह, लखविदर सिंह, सरपंच स्वर्ण सिंह, रवेल सिंह आदि उपस्थित थे।


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