इमरजेंसी में बिना रोकटोक जा रहे थे लोग
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर सेहत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के मामले लगातार सामने
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर
सेहत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के मामले लगातार सामने आने लगे हैं। दिल्ली से आई केंद्रीय सीआरएम टीम ने शनिवार को सिविल अस्पताल में दस्तक दी। लेकिन टीम द्वारा जिले में आने के बावजूद जिला हेडक्वार्टर पर तीसरे दिन जाने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। हैरानी की बात यह रही कि टीम के आने की सूचना व दो दिन का समय मिलने के बावजूद अस्पताल प्रशासन इमरजेंसी वार्ड में पाई जाने वाली कमियों को दूर नहीं कर सका। जिसके चलते अधिकारियों को टीम की फटकार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि केंद्रीय टीम द्वारा हर साल दो जिलों में चे¨कग कर विशेष रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को सौंपी जाती है। जिसके आधार पर जिले में सेहत सुविधाओं में सुधार किया जाता है। इसी उद्देश्य से इस टीम द्वारा जिला मोगा व गुरदासपुर का चुनाव किया गया। गुरदासपुर में टीम वीरवार को ही पहुंच गई थी। लेकिन पहले दो दिन टीम आसपास कस्बों के हेल्थ सेंटरों में निरीक्षण करती रही। जबकि सबसे अधिक परेशानी जिला हेडक्वार्टर पर ही लोगों को अक्सर होती है और आए दिन सेहत सुविधाओं को लेकर अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में रहता है। ऐसे में केंद्रीय टीम द्वारा पहले सिविल अस्पताल गुरदासपुर में निरीक्षण करने की बजाए कस्बों में जाना कई सवाल खड़े करता है।
दो दिन का समय, फिर भी नहीं सुधार
निरीक्षण के लिए आई केंद्रीय टीम द्वारा जिला हेडक्वार्टर में अधिकारियों को सुधार के लिए दो दिन का समय दिया गया। लेकिन फिर भी सुधार नहीं हुआ। शनिवार को टीम द्वारा चे¨कग के दौरान अधिकारियों ने पाया कि इमरजेंसी वार्ड में लोग बिना किसी रोकटोक के आ व जा रहे थे। अस्पताल प्रशासन द्वारा इमरजेंसी में रखी मेडिसीन ट्रे भी मुकम्मल नहीं थी। इसके अलावा कई छोटी-मोटी खामियां थी। जिसको लेकर केंद्रीय टीम द्वारा अधिकारियों को फटकार लगाई गई।
मौके पर किए सुधार
करीब तीन साल से चल रहे नए सिविल अस्पताल में लगाई गई लिफ्ट को शायद ही किसी ने चलते हुए देखा होगा। लेकिन केंद्रीय टीम की चे¨कग के दौरान लिफ्ट पूरी तरह से काम कर रही थी। जनऔषधि केंद्र के बाहर लगाई गई एलसीडी चल रही थी और उसके सामने कुर्सियां भी लगाई गई थी। जबकि आम दिनों में उक्त जगहों में कोई कुर्सियां नहीं होती और एलसीडी बंद रहती थी। लंबे समय के बाद अस्पताल के स्टाफ को लोगों ने वर्दी में देखा। कुछ लोगों को देखकर तो लोगों को यह हैरानी हो रही थी कि यह भी स्टाफ के सदस्य हैं। टीम में डॉ. पर¨मदर गौतम, डॉ. प्रियंका, डॉ. रितीश, योगेश कुमार व डॉ. वनदीप आदि शामिल हैं।
मीडिया से बचती नजर आई टीम
जैसे ही टीम निरीक्षण के लिए सिविल अस्पताल में पहुंची तो मीडिया कर्मी भी इसकी कवरेज के लिए मौके पर पहुंच गए, लेकिन केंद्रीय टीम ने मीडिया को अंदर जाने से मना कर दिया और कोई भी जानकारी देने में भी आनाकानी करते हुए नजर आए।