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सांप के डसने पर झाड़-फूंक के चक्कर में बिगड़ी हालत

गांव रसूलपुर में शुक्रवार की देर रात्रि दो बजे एक जहरीले सांप ने अपने परिजनों के साथ चारपाई पर सोए हुए रतनलाल को गर्दन के पास डस लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 11:13 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 06:39 AM (IST)
सांप के डसने पर झाड़-फूंक के चक्कर में बिगड़ी हालत
सांप के डसने पर झाड़-फूंक के चक्कर में बिगड़ी हालत

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : गांव रसूलपुर में शुक्रवार की देर रात्रि दो बजे एक जहरीले सांप ने अपने परिजनों के साथ चारपाई पर सोए हुए रतनलाल को गर्दन के पास डस लिया। सांप ने इतनी जोर से डंक मारा के रतनलाल ने जोर से चिल्ला दिया। इस दौरान परिवार के सभी सदस्य भी उठ खड़े हुए और देखा कि एक बड़ा सांप बेड के ऊपर बैठा है। इस दौरान परिजनों ने सांप पर कंबल ओढ़ा दिया। उधर, रतनलाल बेसुध हो गया तो परिजन क्षेत्र में ही किसी बाबा के पास जाकर झाड़-फूंक करवाना शुरू कर दिया। जब बात नहीं बनी तो गुरदासपुर में कृषि विभाग के पास सांप के कटे की दवा पिलाने में रात्रि समय व्यर्थ कर दिया। इसदौरान लगातार रतन लाल की हालत बिगड़ती गई। इसके बाद उसे गुरदासपुर के बब्बर सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां डॉक्टर के एस बब्बर ने रतन लाल को मौत के मुंह से बचाया। अंधविश्वास की वजह से जा सकती थी जान

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डॉक्टर का कहना है कि अंधविश्वास की वजह से अगर परिजन थोड़ा और देरी कर देते तो रतनलाल को बचाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार की रात्रि जैसे ही सांप ने उसे काटा था तो तुरंत डॉक्टरी सहायता दिलाने चाहिए थी। लेकिन परिजनों ने झाड़-फूंक कराने के चक्कर में काफी समय व्यर्थ कर दिया।


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