वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
कस्बे में वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, काहनूवान : कस्बे में वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता यूनियन के मंडल प्रधान निर्मल सिंह सरवाली, महासचिव दविदर सिंह व प्रदेश नेता अमरजीत शास्त्री ने की। कादियां वन रेंज के प्रधान नरिदर सिंह ने कहा कि वन विभाग में अस्थायी वर्कर पिछले 25-25 साल से दिहाड़ीदार वर्करों के तौर पर काम कर रहे हैं और बार-बार टालमटोल करने के बावजूद भी पंजाब सरकार द्वारा उन्हें पक्का नहीं किया जा रहा है।
कोरोना की आड़ में पंजाब सरकार द्वारा विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने वन विभाग के वर्करों को पिछले दो माह से वेतन भी नहीं दिया। यूनियन ने लॉकडाउन के दौरान वर्करों को तीन हजार रुपये गुजारा भत्ता देने की अपील की गई थी। शास्त्री ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के मौके पर गांवों, कस्बों व सड़कों पर लगाए हजारों पौधे वन विभाग की अफसरशाही की अनदेखी के चलते नष्ट हो चुके हैं। मनरेगा मजदूरों के माध्यम से लगाए पौधे बिना देखभाल से सुख गए हैं। उन्होंने मांग की कि तीन साल की सेवा पूरी कर चुके सभी वन वर्करों को पक्का किया जाए। श्रम कानूनों में की जा रही मजदूर विरोधी संशोधनों को रद कर प्रत्येक मजदूर की कम से कम वेतन 18 हजार रुपये फिक्स किए जाए। मजदूरों से किसी भी सूरत में आठ घंटे से अधिक काम न लिया जाए।