सात साल में ही श्रीराम तलाई रोड का बुरा हाल
करीब 45 लाख से बनी श्रीराम तलाई रोड सात वर्ष में ही गड्ढों में तब्दील हो गई।
नरेश भनोट, बटाला
करीब 45 लाख से बनी श्रीराम तलाई रोड सात वर्ष में ही गड्ढों में तब्दील हो गई। काफी गांवों को जालंधर बाईपास के जरिए शहर से जोड़ने वाली सड़क ऐतिहासिक मंदिरों व गुरुद्वारों तक भी पहुंचाती है। आज यह अपनी हालत पर आंसू बहाती नजर आ रही है। शहर वासियों का मानना है कि पंजाब में शायद ही कोई गांव ऐसा होगा जिसमें ऐसी खस्ताहाल सड़क देखने को मिले। जब यह सड़क बनी थी, तो रोजाना सैकड़ों की संख्या में शहरवासी सुबह शाम निकलते थे। जो अब इस पर चलने से कतराते हैं। रही सही कसर सड़क पर निकलने वाले भारी वाहन निकाल रहे हैं। जिनका रूट जालंधर बाईपास बनने के कारण शहर की तरफ डायवर्ट किया गया है।
दो साल से बदतर हालात
श्री राम तलाई मंदिर के कोषाध्यक्ष हरिकिशन महाजन का कहना है कि दो वर्ष से इलाका वासी खस्ता मार्ग के कारण समस्याओं से जूझ रहे हैं। कई बार तो दूध विक्रेता के दो पहिया वाहन गड्ढों में फंस जाते हैं या स्लिप कर जाते हैं। इस कारण उनका नुकसान हो जाता है।
निगम की अनदेखी से सबसे गंदा बना बटाला
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य सुरेश महाजन ने निगम की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते कहा कि न जाने क्यों शहर की इस प्रमुख सड़क की ओर ध्यान नहीं जा रहा। निगम की इसी लापरवाही के चलते बटाला सबसे गंदे शहरों में गिना जाता है जबकि नगर परिषद के टाइम में इसकी गिनती स्वस्थ शहरों में होती थी।
बड़े हादसे का इंतजार
आनंद विहार कालोनी के हरीश अग्रवाल ने रोड की हालत पर चिता व्यक्त करते हुए कहा, सड़क का शहर की लगभग एक तिहाई आबादी द्वारा अमृतसर जाने के लिए प्रयोग किया जाता है। चौपहिया वाहन चालक मुख्य मार्ग से जाने के बजाय आसपास की कालोनियों की गलियों से निकलकर मार्ग से गुजरते हैं। इस कारण दुर्घटनाओं का खतरा मंडराता रहता है। इसलिए प्रशासन को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
अमृत योजना के अधीन होगा निर्माण
जब इस सड़क की दुर्दशा के बारे में नगर निगम कमिश्नर बलविदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमृत योजना के अधीन बहुत जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।