गुरबाणी कीर्तन सुन संगत निहाल
शिरोमणि समिति हलका बटाला के गांव अम्मोनंगल में 100 वर्षीय शहीदी साका ननकाना साहिब की शताब्दी को समर्पित पहला महान गुरमति समागम शिरोमणि प्रबंधक समिति धर्म प्रचार कमेटी की तरफ से समूह संगत के विशेष सहयोग से करवाया गया।
सवाद सहयोगी, बटाला : शिरोमणि समिति हलका बटाला के गांव अम्मोनंगल में 100 वर्षीय शहीदी साका ननकाना साहिब की शताब्दी को समर्पित पहला महान गुरमति समागम शिरोमणि प्रबंधक समिति धर्म प्रचार कमेटी की तरफ से समूह संगत के विशेष सहयोग से करवाया गया। इस दौरान भाई बलहर सिंह हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा श्री कंध साहिब बटाला ने प्रत्येक जस गुरबाणी का मनोहर कीर्तन किया।
इसके बाद भाई मलकीत सिंह बग्गा जत्था धर्म प्रचार समिति, भाई तरसेम सिंह सेखवन कविशर जत्था धर्म प्रचार समिति, भाई मेहताब खालसा कविशर जत्थे ने साका नानकाना साहिब के शहीदों का इतिहास संगत को सुनाया। इस दौरान भाई बलबीर सिंह सेखवां प्रचारक, भाई गुरमुख सिंह धंदोई प्रचारक, भाई सिमरनजीत सिंह कोट टोडर मल प्रचारक, भाई मनजीत सिंह कादियां प्रचारक और भाई गुरपिदर सिंह लील कलां प्रचारक धर्म प्रचार समिति ने सिख इतिहास की कथा विचारों द्वारा संगत को जानकारी दी। सिख समुदाय का इतिहास शहीदों से बना : जत्थेदार गोरा
सभा को संबोधित करते हुए जत्थेदार गुरिदरपाल सिंह गोरा ने कहा कि सिख समुदाय शहादत और बलिदान के माध्यम से एक अलग पहचान रखता है। सिख समुदाय का इतिहास शहीदों से बना है। श्री शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य जत्थेदार गुरिदरपाल सिंह गोरा ने कहा कि भारत सरकार ने 100 साल पुराने ननकाना साहिब की शहादत का जश्न मनाने के लिए सिख समुदाय को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं देने का आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय ने इस घटना के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया और इस घटना की कड़ी निदा की। जत्थेदार गुरिदरपाल सिंह गोरा ने कहा कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन करते हुए, शिरोमणि कमेटी हलका बटाला के विभिन्न गुरुद्वारों में पांच गुरमत समागम आयोजित किए जाएंगे। ये रहे उपस्थित
जत्थेदार अमरजीत सिंह सेखवान सर्कल अध्यक्ष शिरोमणि अकाली दल, गुरिदर पाल सिंह भाटिया प्रबंधक गुरुद्वारा श्री कंध साहिब बटाला, दविदर सिंह बाजवा प्रबंधक गुरुद्वारा के देहरा साहिब सतकरतारियां साहिब, दर्शन सिंह पूरण, सुरिदर पाल सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा सिंह सभा, लखविदर सिंह अमोनंगल, बलदेव सिंह सदस्य, सतनाम सिंह समिति सदस्य, दलजीत सिंह अमोनंगल, अवतार सिंह सदस्य, चनन सिंह गुरुद्वारा समिति सदस्य, भाई वरिदर सिंह ग्रन्थि , भाई जीत सिंह, मंगल सिंह, मास्टर हरप्रीत सिंह, कंवलजीत सिंह, उपप्रीत सिंह, संदीप सिंह, अमनजीत सिंह, रविदर सिंह, सुखविदर सिंह , परमिदर सिंह , गुरुमुख सिंह आदि उपस्थित थे।