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स्कूलों में पूरे रहे प्रबंध, पांच फीसद से भी कम विद्यार्थी पहुंचे

कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने पर लगभग सात माह बाद सोमवार को स्कूल तो खुले लेकिन बचों ने अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 05:23 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:23 PM (IST)
स्कूलों में पूरे रहे प्रबंध, पांच फीसद से भी कम विद्यार्थी पहुंचे
स्कूलों में पूरे रहे प्रबंध, पांच फीसद से भी कम विद्यार्थी पहुंचे

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर

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कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने पर लगभग सात माह बाद सोमवार को स्कूल तो खुले, लेकिन बच्चों ने अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाई। स्कूलों में बच्चों की हाजिरी पांच फीसद से भी कम रही। हालांकि स्कूल प्रबंधकों ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सरकारी हिदायतों के मुताबिक सभी प्रबंध किए थे।

सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़के के प्रिसिपल किरणबीर सिंह ने बताया कि सरकार की हिदायतों पर सोमवार को नौवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को बुलाया गया था। बच्चों को स्कूल आने से पहले अपने अभिभावकों से सहमति पत्र साथ लाने को कहा गया था। उन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर सेहत विभाग की ओर से दी गई सभी गाइडलाइन को पूरा किया गया है। स्कूल में बच्चों को एंट्री करवाने से पहले सैनिटाइजर व बुखार चेक करने के लिए थर्मामीटर का प्रबंध किया गया। हालांकि काफी कम बच्चे स्कूल पहुंचे। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने स्टाफ के साथ बैठक की है। उनका पूरा स्टाफ काफी उत्साहित है। उन्होंने बताया कि बच्चों को कक्षाओं में शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बैठाने का प्रबंध किया गया। हर बच्चे को मास्क पहनकर आने के लिए कहा गया है। अगर जरूरत पड़ी तो बच्चों को स्कूल से ही मास्क प्रोवाइड करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूल खोलने से पहले स्कूल के आसपास की सफाई के अलावा स्कूल की पानी की टंकियों की सफाई करवाई गई है और पूरे स्कूल को सैनिटाइज करवाया गया है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़के में दस से 12 विद्यार्थी ही पहुंचे। हालांकि स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि आगामी दिनों में बच्चों की संख्या बढ़ जाएगी। जारी रहेगी आनलाइन पढ़ाई

प्रिसिपल किरणबीर सिंह ने उम्मीद जताई कि जैसे-जैसे अभिभावक जागरूक होते जाएंगे। स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों के आने पर पढ़ाई के अलावा आनलाइन क्लासेज भी जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि आगे भी सेहत विभाग व शिक्षा विभाग की ओर से जो भी हिदायतें जारी की जाएगी, उनको ध्यान में रखते हुए पढ़ाई को जारी रखा जाएगा। निजी स्कूलों में नहीं पहुंचे बच्चे

जिले के निजी स्कूलों में विद्यार्थी नहीं पहुंचे। स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि वे अभी अभिभावकों से राय ले रहे हैं। उनकी सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। यह है स्व घोषणा पत्र

सरकार की ओर जारी किए गए स्व घोषणा पत्र में सबसे ऊपर विद्यार्थी का नाम, पता, कक्षा आदि की जानकारी देने के बाद नीचे लिखा गया है कि मैं सरकार व सेहत विभाग की कोविड-19 संबंधी हिदायतों से अवगत हूं और मेरा बच्चा भी इन हिदायतों को जानता है। अब जबकि सरकार, सेहत विभाग व शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल खोलने की हिदायत जारी की गई है तो इसके तहत मैं अपने बच्चे को सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए स्कूल भेजने के लिए सहमत हूं और कोविड-19 संबंधी किसी भी किस्म की समस्या संबंधी मैं खुद जिम्मेदार हूं। इसके नीचे दो जगहों पर अभिभावकों को हस्ताक्षर मांगे गए हैं।


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