जम्मू-कश्मीर में पंजाबी को भी आधिकारिक भाषा बनाने की मांग
भाषा वैचारिक आदान-प्रदान का सरल माध्यम है व देश को जोड़ने का काम करती है।
By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 04:13 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 04:13 PM (IST)
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : भाषा वैचारिक आदान-प्रदान का सरल माध्यम है व देश को जोड़ने का काम करती है। ये बातें पंजाबी भाषा विकास मंच के मुख्य संरक्षक देशराज शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा को जम्मू कश्मीर की अधिकारिक भाषा में शामिल न करना पंजाबी भाषा के साथ सौतेला व्यवहार है। उन्होंने कहा कि पंजाबी जम्मू-कश्मीर की बडी आबादी में लोकप्रिय है। उन्होंने गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इस विषय पर पुन: विचार करने का आग्रह किया।
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