ट्रैफिक नियमों को ठेंगा दिखाकर निजी बस चालक चला रहे है ओवरलोडेड बस
प्रदेश में सरकार, जिला प्रशासन, आरटीए विभाग व ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों द्वारा ट्रैफिक व ओवरलो¨डग को सुधारने के बड़े-बड़े दावे तो किए जाते हैं, मगर सभी नेशनल व स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था ज्यों की त्यों बनी हुई है। ट्रक चालक व बस चालक अपनी मनमानी कर ट्रैफिक नियमों को ठेंगा दिखा सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : प्रदेश में सरकार, जिला प्रशासन, आरटीए विभाग व ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों द्वारा ट्रैफिक व ओवरलो¨डग को सुधारने के बड़े-बड़े दावे तो किए जाते हैं, मगर सभी नेशनल व स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था ज्यों की त्यों बनी हुई है। ट्रक चालक व बस चालक अपनी मनमानी कर ट्रैफिक नियमों को ठेंगा दिखा सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। चंद पैसो की खातिर रोजाना नेशनल व स्टेट हाईवे पर प्राइवेट बस मालिकों द्वारा लोगों की जिदगियों से खिलवाड़ करते हुए सड़कों पर देखा जा रहा है और आरटीए विभाग व पुलिस प्रशासन है कि सब जानते हुए भी किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।
पठानकोट से अमृतसर को जाने वाली निजी बसें लगातार बिना किसी की परवाह किए ओवरलोडेड सवारियां बिठाकर सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाते हैं। पठानकोट से अमृतसर को चलने वाली प्राइवेट ओवरलोडेड बस कई नाकों व शहर से होकर जाती है। लेकिन, इनको रोकने वाला कोई नहीं है । क्योंकि यह सब कुछ आरटीए विभाग व जिला ट्रैफिक प्रशासन के मिलीभगत से हो रहा है। ट्रैफिक पुलिस व स्थानीय पुलिस सिर्फ नाकों में खड़े होकर दोपहिया वाहन चालक के चालान करने में ही रूचि लेते है और उनके सामने से प्राइवेट ओवरलोड बसे निकलती है पर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है क्योंकि यह सारा खेल प्रशासन के मिली भगत से हो रही है।
आरटीए विभाग व जिला ट्रैफिक विभाग की जानकारी के अनुसार पिछले 2 महीने में ओवरलोड बस के मात्र 6 चालान हुए है। जब कि प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक सड़कों पर प्राइवेट ओवरलो¨डग बस चलती रहती है । ऐसे में ओवरलोड प्राइवेट बस चालकों पर कोई कार्यवाई न होना कई सवाल खड़े कर रहा है। कहीं न कहीं देखा जाए तो आरटीए विभाग व गुरदासपुर पुलिस प्रशासन द्वारा भी इन पर कोई कार्रवाई न करने पर आरटीए विभाग व जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है? अड्डा फीस बचाने के लिए सड़को पर खड़ी की जाती है बस
उधर, यह भी देखने मे आया है कि कुछ सरकारी व प्राइवेट बस चालक अड्डा पर्ची फीस को बचाने के चक्कर में बसों को सड़क के किनारे खड़ाकर सवारियों को बैठने का काम शुरू कर देते हैं। इसके चलते लोग भी स्थानीय आसपास की दुकानों की सीढि़यों पर बैठ कर बसों का इंतजार करते रहते हैं। खटारा बसों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही
इतना ही नहीं इनमें से कई बसें तो बिलकुल खटारा हो चुकी हैं और इसका अंजाम यात्रियों को तब भुगतना पड़ता है, जब ये कई बार सड़कों पर ही खराब हो जाती हैं। और यात्री सड़क किनारे बेबस बस के ठीक होने का इंतजार करते दिखते हैं। परन्तु न तो इनके खिलाफ संबंधित विभाग कोई कार्य करती है और न ही पुलिस प्रशासन। सरकारी व प्राइवेट किसी भी बस में नहीं है फायर सिस्टम व प्राथमिक उपचार बॉक्स :
ट्रैफिक नियमों की माने तो बस को चलाने के लिए बस में सवारियों के लिए सभी तरह की सुविधा होनी जरुरी है किन्तु सरकारी व् प्राइवेट बसों में यात्रियों के लिए कोई खास सुविधा नहीं है। बसों में फायर सिस्टम से लेकर प्राथमिक उपचार बॉक्स कहीं नजर आता है। जब बसें दुर्घटनाग्रस्त होती हैं, तो उनमें पुख्ता प्रबंध न होने से यात्रियों को खामियाजा भुगतना पड़ता है। खुले पैसों को लेकर उलझते हैं परिचालक
चालक व परिचालकों का व्यवहार यात्रियों के प्रति संतोषजनक नहीं है। परिचालक यात्रियों से खुले पैसों को लेकर उलझते हैं। पठानकोट-अमृतसर रूटों पर सरकारी बसों की संख्या भी ना मात्र है, जिसके चलते यात्रियों को प्राइवेट बसों में सफर करना पड़ता है। खास छात्रों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। कार्रवाई के आश्वासन देने के वाद भूल जाते है अधिकारी
सड़कों पर चल रही निजी ओवरलोड बस के बारे में जब भी संबंधित अधिकारी व् ट्रैफिक पुलिस से बात करने पर यही दुहाई देते है की कि जल्द ही नियमों का उल्लंघन करने वाले बस चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मगर, करता कोई नहीं है। इस वजह से स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहती है। चलान के प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा : दिलबाग ¨सह
जिला ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर दिलबाग ¨सह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ओवरलोड और ओवरस्पीड के कारण ही ज्यादा दुर्घंटना होते है। नियमों को तोड़ने वाले के चालान किये जा रहे है इस प्रक्रिया को और तेज किया जायेगा। ओवरलोड बस चालको के होंगे चालान : बलदेव ¨सह
इस संबंध में जब आरटीए बलदेव ¨सह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ओवरलो¨डग के चालान किए जा रहे है अगर पठानकोट-अमृतसर रोड पर ओवरलोड बस चल रहे है तो उनके भी चालान किए जायेंगे ।