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40 फीसद लोग पी रहे दूषित पानी, बीमार होने का खतरा

जिले के 40 फीसद लोग दूषित पानी पी रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 09:40 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 06:09 AM (IST)
40 फीसद लोग पी रहे दूषित पानी, बीमार होने का खतरा

राजिदर कुमार, गुरदासपुर

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जिले के 40 फीसद लोग दूषित पानी पी रहे हैं। ऐसे में बीमारियां पैदा होना तो संभाविक है। एक अनुमान के मुताबिक जिले के तकरीबन आठ लाख लोग दूषित पानी का सेवन कर रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि पेयजल विभाग लोगों की बदहाली को दुरुस्त करने की बजाय गहरी नींद में सोया हुआ है। पिछले दो साल से न तो क्लोरीनेशन की व्यवस्था दुरुस्त हुई और न ही पानी की टेस्टिग हो पाई है। उधर, अब बरसात का सीजन शुरू हो चुका है और जलजनित रोगों का खतरा भी बढ़ गया है। साथ ही कोरोना काल चल रहा है। ऐसे में चारों तरफ से लोगों को जान का खतरा सता रहा है।

सबसे ज्यादा तो ग्रामीण क्षेत्रों में हालात खराब हैं। यहां लोगों में जागरूकता की कमी है। शहर में जगह-जगह क्षतिग्रस्त पड़ी पेयजल लाइन लोगों की दुश्वारियां बढ़ा रही है। क्षतिग्रस्त लाइनों से बारिश के पानी के साथ दूषित जल घरों में पहुंच रहा है। वहीं जिले के अलग-अलग अस्पतालों में दूषित पानी पीने की वजह से मरीज बढ़ रहे हैं। हालांकि हर बार बरसात शुरू होने से पहले से लेकर पूरे सीजन में समय-समय पर पानी के सैंपल लिए जाते रहे हैं। इसकी टेस्टिग के बाद क्लोरीनेशन की स्थिति पता की जाती रही है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सहयोग करती है। लेकिन इस बार तो मानों जैसे सभी गहरी नींद में सोए हुए हैं।

उधर, सिविल अस्पताल गुरदासपुर की ओपीडी में रोज पांच से दस लोग उल्टी, दस्त, टायफाइड, एसिडिटी, गैस की समस्या, कब्ज, लूज मोशन की बीमारी से संबंधित पहुंच रहे हैं। ये बीमारियां पानी दूषित पीने की वजह से फैल रही हैं। अब तक सिविल अस्पताल गुरदासपुर में इन्हीं बीमारियों से संबंधित तकरीबन 80 के करीब लोग पहुंच चुके हैं। जबकि 2019 में 1373 लोग पहुंचे थे। वे भी केवल सिविल अस्पताल गुरदासपुर में ही। इन क्षेत्रों में समस्या अधिक

गुरदासपुर शहर का मोहल्ला इस्लामाबाद, स्लम एरिया, नंगल कोटली मोहल्ला, रेलवे स्टेशन के पास वाले घर, फतेहगढ़ चूड़ियां के वार्ड नंबर-5, वार्ड नंबर-10, पुराना बाजार गागरा वाला मंदिर, सानन मोहल्ला, कलानौर का गांव रहीमाबाद, दोस्तपुर, चौड़ा खुर्द, मस्तकोट, भंगवां, कादियां का गांव काहलवां, किला लाल सिंह में रजबाहे के पास वाले 25 घर, बहरामपुर, दोरांगला का गांव, कुक्कड़, सोडां, सद्दा, कठियाली, गाहलड़ी क्षेत्र दूषित पानी से प्रभावित हैं। यहां के लोग गांवों व शहरी क्षेत्रों में लगे हैंड पंप से पानी लेने दूर दराज जाते हैं। लोग बोले-काफी समय से है समस्या

मोहल्ला नंगल कोटली के तरसेम, जतिदर, हरविदर, गांव चौड़ा खुर्द के राम लुभाया, विक्की, बिल्ला ने कहा कि काफी समय से वे पानी दूषित पीते आ रहे हैं। अब उनके बच्चे भी दूषित पानी पी रहे हैं। हर साल पेयजल विभाग की ओर से खानापूर्ति की जाती है। लेकिन इस बार तो वे भी नहीं की गई। पिछले साल डीसी को इस संबंधी मांग पत्र भी सौंपा गया था। लेकिन समस्या वहीं की वहीं है। दूषित पानी पीने से होती हैं कई बीमारियां

दूषित पानी सेहत के बहुत हानिकारक है। जो लोग दूषित पानी का सेवन करते हैं, उन्हें लीवर सूज जाना,त्वचा विकार, पेट में पथरी, वायरल, हेपिटाइटिस,बुखार रहना, टाइफाइड, अतिसार, रोटा बाइरस, डायरिय,सिरदर्द, थकान, कमजोरी, आंखों व पेशाब का रंग पीला आना, रोगजनक जीवाणु, विषाणु से पीलिया, पोलियो, ग्रेस्ट्रो-इंटरइटिस, जुकाम, संक्रामक यकृत षोध, अतिसार, पेचिस, मियादी बुखार, अतिज्वर, हैजा, खांसी, सूजाक, जठरांत्र शोथ, प्रवाहिका,क्षय रोग,मलेरिया,फाइलेरिया,हाइड्रेटिड सिस्ट रोग होते हैं। कोट्स

कोरोना काल के कारण काफी काम प्रभावित हो रहे हैं। पेयजल विभाग के अधिकारियों को तुरंत पानी का सैंपल लेने का काम शुरू करने के निर्देश देंगे।

--मोहम्मद इशफाक, डीसी।


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