सीमावर्ती गांवों को सेक्टर में बांट की चेकिंग
भारत-पाक की राष्ट्रीय सीमावर्ती के साथ लगते बॉर्डर के गांवों को रविवार तीसरे दिन भी पुलिस ने बड़े स्तर पर घेराबंदी करके चप्पा-चप्पा खंगाला।
संवाद सहयोगी, कलानौर : भारत-पाक की राष्ट्रीय सीमावर्ती के साथ लगते बॉर्डर के गांवों को रविवार तीसरे दिन भी पुलिस ने बड़े स्तर पर घेराबंदी करके चप्पा-चप्पा खंगाला। गांवों की मोहल्ले-गलियों में पुलिस के जवानों की घेराबंदी से कई तरह की चर्चाओं के बाजार गर्म रहे।
रविवार को पुलिस थाना कलानौर के अधीन आते विभिन्न बॉर्डर के गांवों को 10 सेक्टरों में बांटा गया। पुलिस थाना कलानौर ने सेक्टर 1 में शालेचक्क, सोहन और जोई जुलाई, सेक्टर दो में कमालजट्टां, सेक्टर 3 में माोलमूआं, कमालपुर, गडिड्यां कलां, सेक्टर नंबर 4 में छोड, कुक्कर, सेक्टर 5 चौड़ा कलां, चौडा खुर्द, सेक्टर 6 चिक्कड़ और नारांवाली, सेक्टर 7 बिशनकोट व कोटला मुगला, सेक्टर 8 माहल व तलवंडी राजा दीनानाथ, सेक्टर 9 किला नत्थ सिंह व गांव मानेपुर और सेक्टर 10 में डेयरीवाल किरन आदि सीमावर्ती गावों के अलावा भारत-पाक की राष्ट्रीय सीमा के साथ पड़ते धुस्सी पर सर्च ऑपरेशन चलाया और तलाशी की। सीमावर्ती गांवों के लोग बोले-उन्हें अक्सर ऐसी स्थितियों का करना पड़ता है सामना
दूसरी तरफ सीमावर्ती गांवों के लोगों ने बताया कि भारत-पाक की राष्ट्रीय सीमा से लगते गांवों के लोगों को अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। आतंकी हमलों के बाद और बड़ी घटना होते ही सीमावर्ती गांवों में पुलिस और बीएसएफ द्वारा चौकसी बढ़ा दी जाती है। सीमावर्ती क्षेत्र कलानौर के गांवों के लोगों को यहां पिछले समय युद्ध व बाढ़ की मार झेलनी पड़ी है। वहीं अब समय समय पर पुलिस की तलाशी मुहिमों का सामना करना पड़ता है।