फार्मासिस्ट बोले-मुख्यमंत्री उन्हें रेगुलर कर अपना वादा पूरा करें
रूरल हेल्थ फार्मासिस्ट अधिकारी हरविदरपाल सिंह व रुरल हेल्थ दर्जा चार कर्मचारी राजेश कुमार ने कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी को वेतन में किए मामूली बढ़ोतरी के रोष संबंधी मांगपत्र सौंपा।
संवाद सूत्र, दोरांगला : रूरल हेल्थ फार्मासिस्ट अधिकारी हरविदरपाल सिंह व रुरल हेल्थ दर्जा चार कर्मचारी राजेश कुमार ने कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी को वेतन में किए मामूली बढ़ोतरी के रोष संबंधी मांगपत्र सौंपा। मुलाजिमों ने मंत्री को मांगपत्र देते हुए बताया गया कि गांवों में रहते लोगों को सेहत सुविधा देने के लिए 2006 में ग्रामीण डिस्पेंसरियों में एक मेडिकल अफसर, एक फार्मासिस्ट अधिकारी, एक दर्जा चार भर्ती किया गया था। कुछ साल बाद ही पंजाब सरकार द्वारा फार्मासिस्ट अफसरों व दर्जा चार कर्मचारियों से भेदभाव किया जा रहा है। मेडिकल अफसरों को रेगुलर कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ग्रामीण डिस्पेंसरियों में सेवाएं निभा रहे फार्मासिस्ट अफसरों व दर्जा चार कर्मचारियों को सरकार बनने से पहले वादा किया था कि यदि वे सरकार बनाने में सफल हुए तो पहले साल में ही ग्रामीण डिस्पेंसरियों में सेवाएं निभा रहे फार्मासिस्ट व दर्जा चार कर्मचारियों को रेगुलर कर देंगे। अब कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए चार साल हो गए हैं, फिर भी ग्रामीण डिस्पेंसरियों में तैनात सेहत कर्मचारियों को रेगुलर नहीं किया जा रहा। इस कारण सरकार के प्रति मुलाजिमों में काफी रोष है। सेहत कर्मचारियों ने कहा कि 23 मार्च से लेकर अपनी जान की परवाह किए बिना दिन रात कोरोना महामारी के दौरान अपनी सेवाएं निभा रहे हैं। लेकिन उन्हें पक्का करने की बजाय सरकार ने वेतन में मामूली बढ़ोतरी करक सेहत कर्मियों से भद्दा मजाक किया है। उन्होंने मंत्री चौधरी से मांग की कि उन्हें जल्द से जल्द रेगुलर किया जाए।