बारिश ने खोली निगम की पोल, गड्ढ़ों ने दिखाया आइना
चार दिन पहले हुई बूंदाबांदी ने नगर निगम के दावों की पोल खोलते हुए उसे आइना दिखा दिया।
नरेश भनोट, बटाला : चार दिन पहले हुई बूंदाबांदी ने नगर निगम के दावों की पोल खोलते हुए उसे आइना दिखा दिया। सिटी रोड, सब्जी मंडी, डीलक्स पुली रोड, समाधि रोड ,डेरा रोड ,अलीवाल रोड, नेहरू गेट, भंडारी गेट, खजूरी गेट तथा श्री राम तलाई रोड सहित शहर की तमाम सड़कों पर गड्ढे़ ही गड्ढ़े दिखाई दे रहे हैं। दो पहिया वाहन चालकों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं। अक्सर वाहन चालक गड्ढ़ों से बचाव करते समय दूसरे वाहनों से टकरा जाते हैं। इसका खामियाजा उन्हें काफी दिनों तक भुगतना पड़ता है। लोगों ने कहा कि पानी के निकासी की ओर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। सड़कें तभी टूटती है, जब इन पर जलभराव होता है। सड़कों पर गड्ढे़ पड़ने का प्रमुख कारण जलभराव होना है। इस समस्या की तरफ नगर निगम को ध्यान देना चाहिए।
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बोर्ड लगाए जाने चाहिए : किशोर
समाजसेवी किशोर कुमार सरीन ने ने कहा कि शहर की सभी प्रमुख सड़कों को अमृत योजना के अधीन लाया जाए। उनकी आरसीसी करना चाहिए। जिस प्रकार प्रत्येक पुल बनाने पर उस पर उस की मुनियाद की तिथि लिख दी जाती है। उसी प्रकार नगर निगम की बनाई प्रत्येक सड़क पर ठेकेदार की जिम्मेदारी तय करते हुए ऐसे बोर्ड लगाए जाने चाहिए।
आरसीसी डालकर सड़क बने: पीयूष
युवा पीयूष भल्ला ने बताया की इन गड्ढ़ों में से जब भी कोई वाहन गुजरता है तो उसमें से बजरी निकलकर गड्ढ़ों के आसपास चारों और बिखर जाती है। इस कारण दुर्घटना होने का भय रहता है। सभी गड्ढ़ों को सिमेंट युक्त मटीरियल से भरना चाहिए। साथ ही शहर में जितनी भी सड़के बनाई जाए। उन्हें आरसीसी डालकर बनाना चाहिए।
जलभराव की हो निकासी : प्रवीण अग्रवाल
बारिश की वजह से जब भी सड़कों पर गड्ढे पढ़ते हैं, तो नगर निगम की ओर से उन्हें मिट्टी डालकर भर दिया जाता है। दोबारा बारिश होने पर यही मिट्टी गड्ढों में से निकलकर सड़कों पर बह जाती है। जिस कारण ज्यादातर हादसे होते रहते हैं। पहले जब भी सड़कें बनाई जाती थी, तो सड़कों के दोनों और बारिश के पानी की निकासी के लिए नालियों का विशेष प्रबंध किया जाता था, लेकिन अब बाजार में नालियां नजर नहीं आती है।
-भविष्य में भी नई सड़कें अमृत योजना अधीन ही बनाई जाएंगी -बलविदर सिंह कमिश्नर नगर निगम
शहर की सभी मुख्य सड़कों का टेंडर अमृत योजना के अनुसार ही लगाया जा रहा है। इनमें कुछ सड़कें जिनमें उमरपुरा से अचली गेट, पहाड़ी गेट से खजूरी गेट तक सड़कों को बढि़या 6 इंच मोटी स्लैप डालकर शहरवासियों को समर्पित कर दिया गया है। निकट भविष्य में भी नई सड़कें अमृत योजना अधीन ही बनाई जाएंगी।