10 साल से सुध न लेने पर 'बेसुध' हुई अनारकली सड़क
शहर की मुख्य सड़क अनारकली की पिछले दस साल से किसी ने सुध नहीं ली है।
आजाद, अजय भाटिया, बटाला : शहर की मुख्य सड़क अनारकली की पिछले दस साल से किसी ने सुध नहीं ली है। इस बात को लेकर लोगों में प्रशासन तथा राजनेताओं के प्रति रोष है। जानकारी के अनुसार 50 हजार आबादी वाले गांव की यह सड़क शहर की सड़क को जोड़ती है। नगर-कौंसिल को कई बार शिकायतें करने के बावजूद सब ताश के पत्ते की तरह धाराशायी रह गया है। इस सड़क पर चार हजार लोगों की आवागमना है। लोगों का आरोप है कि इस समस्या के लिए नगर-कौंसिल तथा सरकार जिम्मेदार है, जिसने आज तक उनकी समस्या को गंभीरता से नही लिया। लोग इस मुद्दे को एक नही बल्कि कई बार अपने पार्षद तथा नगर-कौंसिल के समक्ष उठा चुकेहैं। लोगों ने आरोप लगाए कि उनके पार्षद चुनाव दौरान हाथ जोड़कर वोट मांगने आ जाते है जीत के बाद वे वार्ड की सुध तक नहीं लेते। इस समस्या को लेकर पिछले दिनों स्थानीय लोगों ने अपने वार्ड पार्षद हरिदर कलसी से मुलाकात की। लोगों ने कहा कि टूटी सड़क के कारण अब उनके रिश्तेदारों ने उनके घर आना छोड़ दिया है।
जगह-जगह गड्ढों से हो रहे चोटिल
बिल्डिंग मैटीरियल का काम करने वाले शाम नय्यर ने कहा कि वे पिछले 25 साल से काम कर रहे है। दस साल पहले अनारकली सड़क का निर्माण हुआ था। उसके बाद किसी ने इस सड़क की सुध नही ली। जगह-जगह सड़क पर गड्ढे बन चुके हैं। आए दिन स्कूली बच्चे इस गड्ढे में गिर जाने से चोटिल हो जाते है। बारिश के दिनों में सड़क हादसे की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती है। बारिश के दिनों में होती है ज्यादा मुश्किल
स्थानीय वासी संकल्प अरोड़ा ने बताया कि वे प्रतिदिन इस सड़क से वृद्ध आश्रम आते है, जो पिछले लंबे अर्से से टूटी पड़ी है। बारिश के दिनों में इस रोड से निकलना खासा मुश्किल हो जाता है। छोटा रास्ता तय करने में देरी
रिटा. इंकम टेक्स एडवाइजर ब्रिज भूषण ने बताया कि वे प्रतिदिन गौशाला में गायों को हरा चारा डालने के लिए आते हैं। टूटी सड़क की वजह से घर से 1 किलोमीटर की दूरी तय करने में अक्सर देरी हो जाती है। हमेशा एक खौफ रहता है कि टूटी सड़क के कारण वे कही चोटिल न हो जाएं। शिकायतों के बावजूद कोई कार्रंवाई नही हो रही। सीवरेज अहम समस्या
जानकार इस सड़क के टूटने का कारण सीवरेज समस्या मान रहे हैं। उनके मुताबिक जब तक इस रोड में नई सीवरेज प्रणाली डाली नहीं जाती, तब तक नयी सड़क के निर्माण का कोई फायदा नहीं है। वैसे भी इस पर 100 फीसद सीवरेज सिस्टम खराब है। बारिश के दिनों में लोगों के घर में पानी आ जाता है। उधर, सीवरेज विभाग के एसडीओ एचएस ढिल्लों ने माना की इस इलाके में सीवरेज समस्या ही सड़क टूटने का कारण बनी है। एक माह में बनेगा रोड : पार्षद
इस संबंध में पार्षद हरिदर कलसी ने कहा सड़क निर्माण का टेंडर पास हो चुका है। एक माह के भीतर कंक्रीट की सड़क बनाई जाएगी।
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