खुले आसमान तले पांच हजार बोरी धान, बादल छाने से अन्नदाता परेशान
ब्लॉक के अंतर्गत आती वडाला बांगर की अनाज मंडी में धान की लिफ्टिंग शुरू नहीं होने से पांच हजार बोरी से अधिक धान खुले में पड़ा है।
महिदर सिंह अर्लीभन्न, कलानौर
ब्लॉक के अंतर्गत आती वडाला बांगर की अनाज मंडी में धान की लिफ्टिंग शुरू नहीं होने से पांच हजार बोरी से अधिक धान खुले में पड़ा है। उधर, शुक्रवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाये रहे। अगर बारिश हुई तो धान भीग जाएगा और किसानों को काफी नुकसान होगा।
गौर हो कि इस मंडी में 20 गांवों के किसान धान बेचने आते हैं। इनमें गांव शाहपुर, अमरगढ़, मुस्तफापुर, अठवाल, भंडाल, नानोहारनी, हकीमपुर, मस्तकोट, औजला, भंगवां, भंडवां, अर्लीभन्न, लुकनमानियां, फजलाबाद, मल्यांवाल, खानोवाल आदि गांवों के किसान शामिल हैं। इस बार भी अब तक काफी धान मंडी में आ चुका है। परमल, बासमती व अन्य धान की फसल की कटाई की जा रही है। काफी धान की खरीद हो चुकी है, लेकिन धान की लिफ्टिंग नहीं हो रही। उधर, शुक्रवार को आसमान में बादल छाये रहे, जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी। अगर बारिश हो गई तो भीगने से धान का नुकसान होना तय है। जीओजी की टीम ने सुनीं किसानों की समस्याएं
शुक्रवार को खुशहाली के रक्षक जीओजी की टीम कैप्टन बलविदर सिंह के नेतृत्व में वडाला बांगर अनाज मंडी में पहुंची। उन्होंने कहा कि वडाला बांगर अनाज मंडी में धान की लिफ्टिंग नहीं होने संबंधी रिपोर्ट पंजाब सरकार को भेजी जाएगी। जीओजी कैप्टन बलविदर सिंह, फौजी सुखचैन सिंह, हवलदार धर्मेद्रजीत सिंह कंग व जगतार सिंह ने बताया कि अनाज मंडी वडाला बांगर फोकल प्वाइंट में चल रही है। कसानों ने उन्हें अपनी समस्याएं बताई और कहा कि उनकी फसल की बिक्री हुई है, लेकिन लिफ्टिंग नहीं हो रही है। लिफ्टिग नहीं होने के कारण मंडी में खुले आसमान के नीचे धान है। यदि बारिश हो जाती है तो हजारों बोरियां पानी में भीग सकती है। उन्होंने बताया कि परमल 121 में पकने के बावजूद नमी ज्यादा आ रही है। इस मौके पर किसान सुखचैन सिंह, काबिल सिंह, अमरजीत सिंह, हरजिदर सिंह, विक्की शर्मा आदि उपस्थित थे। कोट्स
मंडी में सभी काम बहुत तेजी से चल रहे हैं। किसानों की फसल की लिफ्टिंग संबंधी काम भी जारी है। जल्द ही धान की बोरियों को उठा लिया जाएगा।
-विजय कुमार, सचिव, मार्केट कमेटी कलानौर।