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स्वच्छ भारत अभियान का ¨ढढोरा पीटने वाले अधिकारियों के कार्यालय में पड़ी गंदगी

स्वच्छ भारत अभियान का ¨ढढोरा पीटने वाले अधिकारियों के अपने कार्यालयों में सफाई व्यवस्था चरमरा चुकी है। जिस तरफ अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है ।भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर साल अधिकारी दूसरों को तो साफ सफाई रखने की नसीहत दे रहे हैं, लेकिन उक्त अधिकारियों के अपने ही कार्यालय में सफाई व्यवस्था का बुरा

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 07:05 PM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 07:05 PM (IST)
स्वच्छ भारत अभियान का ¨ढढोरा पीटने वाले अधिकारियों के कार्यालय में पड़ी गंदगी
स्वच्छ भारत अभियान का ¨ढढोरा पीटने वाले अधिकारियों के कार्यालय में पड़ी गंदगी

संवाद सहयोगी, दीनानगर, गुरदासपुर

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स्वच्छ भारत अभियान का ¨ढढोरा पीटने वाले अधिकारियों के अपने कार्यालयों में सफाई व्यवस्था चरमरा चुकी है। जिस तरफ अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है ।भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर साल अधिकारी दूसरों को तो साफ सफाई रखने की नसीहत दे रहे हैं, लेकिन उक्त अधिकारियों के अपने ही कार्यालय में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। जिसमें नहरी विभाग परिवहन विभाग, आंकड़ा विभाग,एडीसी डी आफिस, मे गंदगी के ढेर लगे हुए थे। इन कार्यालयों में हालांकि सफाई कर्मचारी भी मौजूद है लेकिन इसके बावजूद भी सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है। जबकि संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शाम के समय सफाई कर्मचारी कूड़ा कार्यालय की एक नुक्कड़ में जमा कर लेते हैं और सुबह आते ही उठा लेते हैं अगर ऐसी लापरवाही हुई है तो तुरंत सफाई व्यवस्था रखने के आदेश दिए जाएंगे। 

केंद्र सरकार द्वारा भले ही स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए अनेकों अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन, इसका असर लोगों पर तो होना दूर सरकारी विभागों पर भी नहीं होता दिख रहा। जी हां! दीनानगर के सरकारी विभागों में कुछ ऐसा ही इन दिनों देखने को मिल रहा है। दीनानगर के लगभग सभी सरकारी कार्यालयों में गंदगी के कारण बुरा हाल है। कई अधिकारियों का फंड संबंधी रोना है तो, कई अधिकारियों का कहना है कि वह रोजाना सफाई कराते हैं, इसके बावजूद भी गंदगी के पैर सरकारी कार्यालयों में भी काफी पसर रहे हैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण द्वारा जब पावर कॉम कार्यालय का दौरा किया गया तो वहां पर गंदगी का अंबार लगा मिला। हालांकि 2 अक्टूबर को उक्त स्थान पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया था लेकिन इसके बावजूद भी सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करवाने में पावरकॉम नाकाम साबित हो रहा है। गौरतलब हो कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाए जाने वाले स्वच्छता अभियान के दिनों के दौरान भले ही सरकारी कार्यालयों में भी अधिकारियों द्वारा झाड़ू को पकड़कर फोटो जरूर खिंचवा ली जाती है लेकिन, उसके बाद हालात फिर जैसे के तैसे हो जाते हैं, जिसके चलते गंदगी का आलम अब सरकारी कार्यालयों में भी बढ़ता नजर आ रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि सरकार के जिन विभागों में स्वच्छता का होना बेहद जरूरी है, उनमें भी स्वच्छता को लेकर काफी खामियां पाई जा रही है। सरकारी अस्पताल से लेकर विभिन्न विभागों में सफाई के नाम पर मात्र खानापूर्ति होती है। हकीकत यह है कि अब लोग सरकारी कार्यालयों में अपने काम करवाने के आते है तो उनको गन्दगी के साथ साथ बदबू से परेशान हो रहे हैं।

हर नागरिक रखे स्वच्छता का ख्याल

वही, नगर कौंसिल के प्रधान राकेश महाजन का कहना है कि स्वच्छता का ख्याल रखना हर नागरिक का कर्तव्य है । नगर कौंसिल द्वारा साफ सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है अगर किसी दफ्तर में गन्दगी है तो वहां की साफ सफाई की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के आला अधिकारी या फिर जिला प्रशासन की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सभी विभाग की स्वच्छता सम्बंधित निर्देश जारी करे ताकि स्वच्छता का पूरा ध्यान रहे ।


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