मानसून की दस्तक, सीवरेज और नालों की सफाई का काम अधूरा
पंजाब में कोरोना के साथ ही अब डेंगू भी दस्तक दे चुका है।
राजिदर कुमार, गुरदासपुर
पंजाब में कोरोना के साथ ही अब डेंगू भी दस्तक दे चुका है। सेहत विभाग को अब दोहरी मशक्कत करनी होगी। हालांकि जिला गुरदासपुर में डेंगू का फिलहाल कोई केस सामने नहीं आया है, लेकिन जिले में जो हालात चल रहे हैं यानी सफाई के अभाव को देखते हुए वे दिन भी दूर नहीं जब डेंगू भी अपने पैर पसार लेगा।
2019 में भी नगर कौंसिल व सीवरेज विभाग की ओर से समय रहते सीवरेज व नालों की सफाई नहीं करवाने के कारण डेंगू के 318 केस सामने आए थे। उक्त दोनों विभागों का इस साल भी पहले जैसा रवैया है। इससे साफ दिखाई दे रहा है कि इस बार भी डेंगू कहर ढाएगा। उधर, सेहत विभाग भी लोगों को जागरूक करने में पूरी तरह से खरा नहीं उतर रहा। वहीं राज्य में मानसून दस्तक दे चुका है और 26 जून को तेज बारिश होने के पूरे आसार हैं। मानसून के साथ ही डेंगू के मामले बढ़ने की आशंका हर साल जताई जाती है। लेकिन फिलहाल सेहत विभाग कोरोना में व्यस्त है और डेंगू के लिए जरूरी कदम उठाना भूल गए हैं। ये हैं हाई रिस्क एरिया
जिले में रेलवे स्टेशन गुरदासपुर के पास वाला मोहल्ला, स्लम एरिया, धारीवाल नहर के किनारे, गुरदासपुर व बटाला अनाज मंडी, मेहरचंद रोड, मुर्गी मोहल्ला बटाला हाई रिस्क एरिया हैं। यहां डेंगू के फैलने का खतरा हर साल बनता है। जो मरीज डेंगू से ग्रस्त आते रहे हैं इन्हीं क्षेत्रों से अधिकतर संबंधित हैं। फिलहाल तो इन स्थानों पर विभाग द्वारा कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है। विभाग की यह लापरवाही आने वाले दिनों में भयानक रूप धारण करवा सकती है। सीवरेज लाइन की 25 व नालों की 15 फीसद हुई सफाई
गुरदासपुर में 125 व बटाला में 132 किलोमीटर में सीवरेज लाइन बिछी हुई है। सीवरेज स्ट्राम के अब तक कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। सीवरेज की सफाई का काम फिलहाल 25 फीसद ही पूरा हो पाया है। इन हालात में हर साल पैदा होने वाली पानी की निकासी की समस्या लोगों के लिए बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकती है। इसके अलावा नगर कौंसिल की ओर शहर के निकासी नालों की सफाई का काम 15 फीसद की किया है। बुधवार को सुबह हुई आधा घंटा तेज बारिश के कारण शहर की गलियों में पानी तीन फीट तक खड़ा हो गया। उधर सीवरेज विभाग के एसडीओ गुरजिदर सिंह व नगर कौंसिल के ईओ अनिल कुमार के अनुसार कोरोना काल के कारण इस बार समय रहते सफाई का काम निपटाने में देरी हुई है। मानसून के मौसम को देखते हुए सफाई के काम में तेजी ला दी गई है। हाई रिस्क एरिया के लोगों ने सुनाई अपनी दास्तां
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मोहल्ले में सफाई नाम की कोई चीज नहीं : सतपाल
बटाला के मुर्गी मोहल्ला निवासी सतपाल का कहना है कि उनके मोहल्ले में सफाई नाम की कोई चीज नहीं है। पिछले 20 साल से उनके मोहल्ले को जोड़ने वाली सड़क पर प्रीमिक्स ही नहीं डाला गया और न ही सीवरेज का कोई इंतजाम है। घरों के पानी की निकासी न होने के चलते पानी गली में इकट्ठा रहता है। वे नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। 23
हर साल फैलता है डेंगू : संजीव
संजीव कुमार का कहना है कि मोहल्ले में कभी भी स्वास्थ्य कर्मी डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए नहीं पहुंचे। गंदगी के कारण हर साल उनके मोहल्ले में डेंगू फैलता है। विभाग को इस तरह ध्यान देना चाहिए। 22
स्वास्थ्य विभाग का नहीं है कोई ध्यान : बावा राम
बावा राम का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग मुर्गी मोहल्ले की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता। यहां न तो सीवरेज डाला जा रहा है और न ही सफाई का कोई प्रबंध किया जा रहा है। वह गंदगी के आलम में अपना जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद से सीधी बात
सवाल--विभाग की डेंगू से निपटने के लिए क्या तैयारियां हैं?
जवाब--स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू से निपटने के लिए जिले के अस्पतालों में डेंगू वार्ड स्थापित कर दिए हैं। टीम द्वारा लोगों को कोरोना के साथ साथ डेंगू के बचाव के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। अस्पतालों में दवा का स्टॉक भी उपलब्ध है। स्टाफ को लगने वाले टीके की उपलब्ध 80 फीसद है। विभाग से स्टॉक की डिमांड की गई है, वे भी आने वाले दिनों में पहुंच जाएगा।
सवाल--शहर में जगह जगह खड़े हो जाने वाले पानी में दवा के छिड़काव के क्या इंतजाम हैं?
जवाब-- जिले के अलग-अलग शहरों में खड़े हो जाने वाले पाने में दवा का छिड़काव करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। एक आदि दिन में छिड़काव की कवायद शुरू कर दी जाएगी।
सवाल--शहर या जिले में हाई रिस्क एरिया कौन कौन से हैं? इन इलाकों में डेंगू की रोकथाम के लिए क्या योजना बनाई गई है?
जवाब--जिले के हाई रिस्क एरिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जाकर लोगों को सफाई का खास ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए विभाग द्वारा कमर क स ली गई है।