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धान की लिफ्टिंग धीमी, मंडी में फसल रखने के लिए नहीं बची जगह

पिछले कुछ दिन से शहर की अनाज मंडी में धान की लिफ्टिग बहुत धीमी गति से चल रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 07:00 AM (IST)
धान की लिफ्टिंग धीमी, मंडी में फसल रखने के लिए नहीं बची जगह

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर

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पिछले कुछ दिन से शहर की अनाज मंडी में धान की लिफ्टिग बहुत धीमी गति से चल रही है। हालांकि किसानों से खरीदी हुई फसल को आढ़तियों ने बोरियों में भर लिया है। मगर लिफ्टिग का काम धीरे-धीरे होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर, दीनानगर की अनाज मंडी में भी लिफ्टिग का काम धीमी रफ्तार से चल रहा है।

गौरतलब है कि अनाज मंडियों में किसान तो अपनी फसल लेकर पहुंच रहे है, मगर मंडियों में फसल रखने के लिए जगह कम पड़ गई है। अब धीरे-धीरे करते हुए मंडी में चारों तरफ धान की फसल का अंबार लग गया है। अब जो किसान मंडी में धान लेकर पहुंच रहे हैं, उनको फसल रखने के लिए बिल्कुल जगह नहीं मिल रही। इस कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश हुई तो भीग जाएगी फसल

अनाज मंडी में आसमान के नीचे पड़ी हजारों टन धान की फसल को संभालने के लिए भी कोई खास प्रबंध नहीं है। यदि एकदम से बारिश हो जाए तो मंडी में धान की फसल भीग जाएगी। हालात अब ये बन चुके हैं कि मंडी में और धान की फसल लगाने के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं बची है। किसान हो रहे परेशान

मंडी में फसल लेकर पहुंचे किसान लवजिदर सिंह, कुलजीत सिंह, मलकीत सिंह ने बताया कि वे जब अपनी फसल को लेकर मंडियों में पहुंचे तो देखा कि यहां पर धान की फसल को लगाने के लिए कोई भी जगह नहीं थी। हर तरफ बोरियां ही दिखाई दे रही थीं। लिफ्टिग का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। उन्होंने मंडी बोर्ड के अधिकारियों से मांग की है कि जल्द से जल्द लिफ्टिग का काम तेजी से करवाया जाए। कोट्स

मामला उनके ध्यान में आ चुका है। संबंधित अधिकारियों को आदेश कर दिए गए हैं कि तुरंत लिफ्टिग का काम तेजी से करवाया जाए।

-कुलजीत सिंह, जिला मंडी अफसर।


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