Move to Jagran APP

ARTICLE 370 का करतार कॉरिडोर पर असर, काम छह दिन से बंद, कैनेडियन एंबेसी का शिष्टमंडल पहुंचा

गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शनों के लिए भारत-पाक के बीच बनाए जा रहे कॉरिडोर का काम पाकिस्तान ने छह दिन से बंद कर रखा है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 08:41 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 09:18 AM (IST)
ARTICLE 370 का करतार कॉरिडोर पर असर, काम छह दिन से बंद, कैनेडियन एंबेसी का शिष्टमंडल पहुंचा
ARTICLE 370 का करतार कॉरिडोर पर असर, काम छह दिन से बंद, कैनेडियन एंबेसी का शिष्टमंडल पहुंचा

जेएनएन, कलानौर (गुरदासपुर)। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शनों के लिए भारत-पाक के बीच बनाए जा रहे कॉरिडोर का काम पाकिस्तान ने छह दिन से बंद कर रखा है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के भारत सरकार के फैसले के विरोध में पाकिस्तान ने कॉरिडोर का काम रोक दिया है। पिछले छह दिन से पाकिस्तान की ओर बनाए जा रहे टर्मिनल के कार्यस्थल पर सन्नाटा पसरा है।

loksabha election banner

डेरा बाबा नानक में श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए लगाई दूरबीन से भी देखा जा सकता है कि पाकिस्तान की ओर काम पूरी तरह बंद है। इधर, भारत ने भी अपनी ओर से करीब 70 फीसद काम पूरा कर लिया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी तय समय पर अपनी ओर से काम पूरा करने में जुटी है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बरसात में रावी दरिया के बढ़े जलस्तर के कारण पाकिस्तान ने काम बंद रखा है। टर्मिनल का अंदरूनी काम चल रहा है।

करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण कार्य देखने के लिए शुक्रवार को कैनेडियन एंबेसी का शिष्टमंडल डेरा बाबा नानक पहुंचा। एंबेसी के काउंसलर मीया जैन, एनएचएआइ के जतिंदर सिंह और तहसीलदार नवकीरत सिंह ने कॉरिडोर के काम का जायजा लिया। काउंसलर ने कहा कि भारत नवंबर से पहले कॉरिडोर का काम पूरा कर लेगा।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.