डीएवी स्कूल भिखीविंड ने जीता टूर्नामेंट
जिया लाल मित्तल डीएवी पब्लिक स्कूल गुरदासपुर में डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स डे पर पंजाब कलस्टर लेवल टूर्नामेंट करवाया गया।
मुनीश शर्मा, लुधियाना: रीजनल कंप्रीहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) से भारतीय उद्योगों को होने वाले नुकसान से बचने के लिए लुधियाना के औद्योगिक संगठन अब मेक इन इंडिया अभियान को आरंभ करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच के साथ मिलकर देशभर में मेक इन इंडिया का अभियान चलाया जाएगा। इसको लेकर यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन (यूसीपीएमए) की ओर से पहल की गई है। अब एसोसिएशन की ओर से इसके लिए बकायदा पंजाब भर के सभी औद्योगिक संगठनों की एक बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में भारतीय इंडस्ट्री के बचाव पर चर्चा की जाएगी। ऐसे में आने वाले दिनों में मेक इन इंडिया उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए भी पीएमओ कार्यालय में संपर्क किया जाएगा। इसमें आरएंडडी सेंटर के माध्यम से इंडस्ट्री को नई इनोवेशन के लिए तैयार करने को मंथन होगा। यह है आरसीईपी
आरसीईपी के जरिए कई देशों को भारत में बिना किसी उत्पाद शुल्क के डयूटी फ्री व्यापार करने की छूट देने की तैयारी की जा रही है। इस समय कंप्लीट साइकिल पर 30 और पार्ट्स पर 20 प्रतिशत ड्यूटी है। अगर इस समझौते में साइकिल को भी रखा गया, तो भारत का साइकिल उद्योग बर्बादी की ओर चला जाएगा। इस नए समझौते में 6 नए देश चीन, जापान, इंडिया, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल किए गए हैं। अब ट्रेड एग्रीमेंट में 16 देश एक साथ हो जाएंगे। ऐसे में भारत में सबसे ज्यादा नुकसान साइकिल इंडस्ट्री को होगा। यूसीपीएमए इंडस्ट्री के उत्थान के लिए करेगा महासभा : चावला
यूसीपीएमए के प्रधान डीएस चावला ने कहा कि आरसीईपी के माध्यम से इंडस्ट्री को भारी नुकसान होगा। इसके लिए हम सबको मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच ने इंडस्ट्री को पूर्ण सहयोग देने की बात कही है। शीघ्र ही हम इस संबंध में पंजाब भर के औद्योगिक संगठनों को न्यौता भेजकर बैठक करेंगे। इस दौरान आगे की रणनीति तैयार की जाएगी और इसे प्रदेश से आरंभ कर इसे केंद्रीय मुद्दा बनाया जाएगा। देश हित में चलाना होगा यह अभियान: आहुजा
सीआइसीयू उपकार आहुजा के मुताबिक यह मामला देश की अर्थ व्यवस्था से जुड़ा है, इसके लिए सभी संगठनों को एक साथ आगे बढ़ना होगा। हम मेक इन इंडिया अभियान के लिए साथ है और सारी इंडस्ट्री मिलकर इसपर काम करेगी। इसके साथ ही हम केंद्र सरकार से उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए आरएंडडी सेंटर अपग्रेड करने की मांग करेंगे। आरसीईपी से चीन की सीधी होगी घुसपैठ
फीको प्रधान गुरमीत सिंह कुलार के मुताबिक इस समय चीन साफता के माध्यम से उत्पादों को भारतीय बाजार में भेज रहा है। अब आरसीईपी के माध्यम से चीन बिना किसी रोकटोक के सीधे भारतीय बाजार में अपना मैटीरियल भेज सकेगा। ऐसे में अमेरिका मार्केट में बैन के बाद वे अपने उत्पादों को भारतीय बाजार में धकेलेगा और यहां की इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित होगी।