पीड़ितों के साथ बैठकर खाने से नहीं फैलता एड्स
ब्लाक के विभिन्न गांवों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से वीरवार को स्वास्थ्य केंद्र कलानौर के एसएमओ डा. लखविदर सिंह अठवाल ने स्वास्थ्य विभाग की एचआइवी-एड्स जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
संवाद सहयोगी, कलानौर : ब्लाक के विभिन्न गांवों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से वीरवार को स्वास्थ्य केंद्र कलानौर के एसएमओ डा. लखविदर सिंह अठवाल ने स्वास्थ्य विभाग की एचआइवी-एड्स जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डा. अठवाल ने कहा कि वे ब्लाक के विभिन्न गांवों में जाकर आम जनता को एचआइवी/एड्स के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करेगी ताकि इस बीमारी पर काबू पाया जा सके।
एसएमओ ने कहा कि वैन कलानौर के अलावा खुशीपुर और वडाला बांगर के गांवों का दौरा करेगी। डा. अठवाल ने कहा कि समाज में एचआइवी/एड्स के बारे में बहुत सी गलतफहमियां और अधूरी जानकारी है। इस कारण एड्स पीड़ित व्यक्ति को कभी-कभी सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है, जोकि बिल्कुल गलत है। सरकारी हाई स्कूल खुशीपुर में वैन के साथ आने वाली नाटक मंडली द्वारा एचआइवी/एड्स पर जागरूकता नाटक भी प्रस्तुत किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्रों को बीमारी के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि पीड़ित के साथ बैठने या खाने-पीने से यह बीमारी कभी नहीं फैलती।
डा.अठवाल ने कहा कि भारत ने 2030 तक एचआइवी के उन्मूलन का लक्ष्य रखा है और स्वास्थ्य विभाग विभिन्न पहलों के माध्यम से इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है। भारत में लगभग 23.5 लाख लोग एचआइवी से पीड़ित हैं और लगभग 13.5 लाख लोग एआरटी के माध्यम से इलाज की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापक जागरूकता के कारण पिछले एक दशक में एचआइवी से होने वाली मौतों की संख्या में भी कमी आई है। भारत ने एचआइवी से निपटने के लिए टेस्ट एंड ट्रीट नाम की रणनीति अपनाई है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ईआरटी से जोड़ा जा सके। इस अवसर पर आइसीटीसी विग के स्वास्थ्य इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह, स्वास्थ्य इंस्पेक्टर सुखदीप सिंह, गुरप्रीत पाल, रविदरजीत सिंह, गुरमेज सिंह अर्लीभन्न, दिनेश कुमार, गुरशरण सिंह, बलबीर चंद और साहिल कुमार उपस्थित थे।