वेस्ट एंड स्वी¨पग का टेंडर लटका, शहर में लगा खचरे का ढेर
पिछले दो साल में वेस्ट एंड स्वी¨पग का तीन करोड़ रुपये का टेंडर अधर में लटका पड़ा है।
विनय कोछड़, बटाला
पिछले दो साल में वेस्ट एंड स्वी¨पग का तीन करोड़ रुपये का टेंडर अधर में लटका पड़ा है। इस बार हाउस की मी¨टग हुई, लेकिन इस विषय पर किसी प्रकार कोई चर्चा नहीं छिड़ी। अब शहर का कचरा मोहल्लों व गलियों में लगाया जा रहा है। लोग खासे परेशान हैं, लेकिन अपनी शिकायत किस के पास लेकर जाएं।
शहरवासियों ने बताया कि वे कई बार अपने पार्षद से लेकर नगर कौंसिल के दफ्तर तक लिखित शिकायत दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बता दें कि ये टेंडर नगर कौंसिल ने दो बार जारी किया, लेकिन अभी तक सिरे नहीं चढ़ा। उधर, नगर कौंसिल के अधिकारी कहते हैं कि उन्होंने अमृतसर रोड पर खाली जगह किराए पर ले रखी है। उसका प्रतिमाह 13 हजार किराया दिया ज रहा है, लेकिन असलीयत में नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारी शहर का कचरा उठाते ही नहीं है। कई दिनों तक वहां पर कचरे के ढेर लग जाते हैं।
इलाकावासी राम कुमार, अंजू ने कहा कि इस कचरे के ढेर कारण वहां से उनका निकलना मुशिकल हो रहा है। कचरे के कारण इसकी दुर्गध दूर-दूर तक आती है। मच्छरों की तादाद उनके इलाके में बढ़ चुकी है। भय सता रहा है कि उनके क्षेत्र में बीमारियां न फैल जाएं। सुबह जब सफाई कर्मचारी उनके एरिया से निकलते हैं तो उन्हें कचरा उठाने के लिए बोला जाता है तो वे स्थानीय लोगों से विवाद करते हैं। इस संबंध में नगर कौंसिल दफ्तर के पास उनकी शिकायत भी आ चुकी है, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाइ नही की गई है। कचरा जलाने से हो रहा है प्रदूषण
सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कचरा जलाने की शिकायतें सामने आई हैं, लेकिन इस मामले में अभी तक नगर-कौंसिल ने इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वैसे एनजीटी के पास बटाला नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों द्वारा कचरा जलाने का सबूत मिला था। इस पर सफाई कर्मचारी को जुर्माना हुआ था। इतना कुछ होने के बावजूद भी कोई सुधार नहीं हुआ। वहीं, सफाई कर्मचारियों द्वारा कचरा जलाने पर शहर में प्रदूषण फैल रहा है। सफाई कर्मियों की हड़ताल खत्म होने पर भी लगे हैं कचरे के ढेर
बता दें कि पिछले दिनों सफाई कर्मचारियों की लगातार 11 दिन हड़ताल चली था। इनके हड़ताल पर चले जाने से शहर में कचरे के ढेर लग गए। अब हड़ताल तो समाप्त हो चुकी है, लेकिन शहर की स्थिति निरंतर पहले जैसी है। स्वच्छ भारत में सबसे गंदगी वाला शहर
स्वच्छ भारत मुहिम की पिछले दिनों रैंकिंग जारी हुई थी। उसमें बटाला सबसे गंदगी वाला शहर के रूप में सामने आया। इसका रैंक लगभग 500 के करीब आया है। इस वजह से उच्च अधिकारियों ने नगर कौंसिल के अधिकारियों को फटकार भी लगाई, लेकिन उसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ। कोट्स
जल्द जारी होगा टेंडर
कचरा फेंकने के लिए अमृतसर रोड पर डंप के लिए जगह ले रखी है। वहां पर शहर का कचरा फेंका जा रहा है। वेस्ट एवं स्वी¨पग के लिए कई बार टेंडर जारी किए, लेकिन किसी वजह से सिरे नही चढ़े, जल्द नए टेंडर जारी किए जाएंगे।
भूपिंदर सिंह, ईओ, नगर कौंसिल।