सुपर सकर मशीन से सीवरेज की सफाई शुरू, एक किमी ही होगा काम
सीवरेज विभाग व नगर कौंसिल द्वारा शहर में सीवरेज की सफाई करवाने के लिए सुपर सकर मशीन का बंदोबस्त करवा दिया गया है।
विनय कोछड़, बटाला
सीवरेज विभाग व नगर कौंसिल द्वारा शहर में सीवरेज की सफाई करवाने के लिए सुपर सकर मशीन का बंदोबस्त करवा दिया गया है। सीवरेज सफाई का काम पूरा करने के लिए 12 फरवरी तक डेडलाइन निर्धारित की गई है।
सीवरेज विभाग के एसडीओ एचएस ढिल्लों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 15 लाख रुपये है। इस काम की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी गई है। सुपर सकर मशीन द्वारा शहर के 1 किलोमीटर भीतर जितने सीवरेज उनकी सफाई की जा रही है। इससे पहले सीवरेज सफाई का काम सुपर सकर मशीन द्वारा 2016 में हुआ था। यानी तीन साल बाद सीवरेज की सफाई शुरू होने जा रहा है। गौर हो कि पिछले दिनों सीवरेज का गंदा पानी धर्मपुरा कालोनी के घरों में घुस आ गया था। ऐसे में वहां के निवासियों में हाहाकार मच गया। लोग पहले अपनी शिकायत लेकर संबंधित एमसी के पास गए। उनकी तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो नगर कौंसिल के पास शिकायत ले गए। फिर भी समस्या का हल नहीं हुआ। उसके बाद लोगों ने विभाग को पत्र भेजा, जिसके जवाब कई दिनों तक इंतजार किया।
सब्र का बांध टूटने पर लोग एक मंच पर इकट्ठा हुए, जिन्होंने पंजाब सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोला। धर्मपुरा से लेकर क्रिश्चियन कॉलोनी वासियों ने रस्सियों के साथ रास्ता बंद कर दिया। प्रशासन व सरकार के खिलाफ अल्टीमेटम दिया, उसके बाद सरकार स्थानीय प्रशासन जागा। इसके बाद नगर कौंसिल व सीवरेज विभाग के बीच इस समस्या को लेकर बैठक हुई। नगर कौंसिल ने इस समस्या के निवारण के लिए 15 लाख रुपये पास किए। सुपर सकर मशीन के लिए एक निजी कंपनी के साथ अनुबंध हुआ। कंपनी सफाई के लिए प्रति मीटर 1313 रुपये चार्ज करेगी। कंपनी को 12 फरवरी तक डेडलाइन दी गई है, जिसे तय समय सीमा पर 1 किलोमीटर तक सीवरेज की सफाई करनी होगी। इन मोहल्लों का सीवरेज होगा साफ
प्रोजेक्ट में शहर के चार मोहल्लों की सीवरेज समस्या को लेकर वहां की सफाई का काम शुरू हो चुका है। इसमें धर्मपुरा कालोनी, महाजन कालोनी, डायमंड कालोनी, क्रिश्चियन कॉलोनी शामिल हैं। बता दें कि इन मोहल्लों में सीवरेज की समस्या की शिकायत सीवरेज विभाग के पास पिछले दो साल से पैं¨डग है। खुद विभाग के एसडीओ एसएच ढिल्लों ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने इस मामले संबंधी कहा कि वे कई बार नगर कौंसिल से लेकर ऊपर तक पत्र निकाल चुके थे। केवल 20 फीसद समस्या का निवारण
विभागीय अनुमान के मुताबिक शहर में 70 फीसद सीवरेज लंबे समय से जाम पड़ा है। अगर 1 किलोमीटर दायरे में सीवरेज की सफाई का काम शुरू हो जाता है तो उससे केवल 20 फीसद समस्या का निवारण होगा। लिहाजा अस्सी फीसद समस्या पैं¨डग रह जाएगी। समय के मुताबिक शहर में जितनी जगह सीवरेज ब्लॉक है, वहां पर सुपर सकर मशीन द्वारा सफाई होना अनिवार्य है। क्या है सुपर सकर मशीन
सुपर मशीन एक तरह सीवरेज को साफ करने वाली आत्यधुनिक मशीन है। पहले इसकी दो पाइपों को सीवरेज के अंदर डाला जाता है। एक पाइप से सीवरेज से गंदगी व दूसरे गंदा पानी बाहर निकालती है। सफाई करने के बाद नोजल पिन के जरिए सीसीटीवी से सीवरेज की सफाई के हालात के बारे में जायजा लिया जाता है। पूरे सीवरेज समस्या के हल के लिए 5.27 करोड़ खर्च होगा
पूरे शहर की सीवरेज समस्या के लिए 5.27 करोड़ रुपये खर्च होगी। यह जानकारी सीवरेज विभाग के एसडीओ एचएस ढिल्लों ने दी। उन्होंने बताया कि एस्टिमेट रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ कार्यालय भेज दी गई है। उधर, नगर कौंसिल ने भी सीवरेज बोर्ड को सीवरेज समस्या के लिए अतिरिक्त फंड जारी करने का भरोसा दिया है।