स्वच्छता का संदेश देने वाले बीडीपीओ दफ्तर में पसरी गंदगी
दूसरों को साफ-सफाई की नसीहत देने वाले एसडीएम साहब व बीडीपीओ दफ्तर के खुद के आंगन में गंदगी पसरी हुई है।
शंकर श्रेष्ठ, दीनानगर
दूसरों को साफ-सफाई की नसीहत देने वाले एसडीएम साहब व बीडीपीओ दफ्तर के खुद के आंगन में गंदगी पसरी हुई है। जागरण की टीम ने एसडीएम साहब व बीडीपीओ दफ्तर परिसर का दौरा किया तो परिसर में फैली गंदगी ने बीडीपीओ की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। हालांकि भले ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लोगों को अपने घरों के इर्द-गिर्द, कार्य क्षेत्रों के इर्द-गिर्द साफ सफाई एवं स्वच्छता रखने के संदेश दिए जा रहे हैं। लेकिन इन आदेशों को सरकारी अधिकारी अपने स्तर पर लागू करना भूल चुके हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान की प्रशासनिक अधिकारी खुद ही धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं। ऐसे में लोगों को समझाने के लिए स्वच्छता का राग को अलापना बिल्कुल व्यर्थ दिख रहा है। गौरतलब हो कि इन दिनों दीनानगर का बीडीपीओ कार्यालय बड़ी झाड़ियों से घिरा हुआ है, जिसमें कामकाज करवाने के लिए आने वाले लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सब डिविजन बनने के पश्चात एसडीएम साहब भी उक्त कार्यालय में आकर बैठते हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस ओर ध्यान एसडीएम साहब का भी नहीं गया। बता दें कि दीनानगर को सब डिविजन बनाए जाने के पश्चात एसडीएम साहब बीडीपीओ कार्यालय में कामकाज संभालते हैं, ऐसे में लोग सैकड़ों की संख्या में उनके पास अपने निजी काम हेतु आते हैं। लोगों का कहना है कि कार्यालय में उगी हुई बड़ी-बड़ी जड़ी बूटियां जहा स्वच्छता मुहिम को ग्रहण लगा रही है वही जहरीली जीव जंतु के साथ भारी मात्रा में मच्छर पनप रहे हैं। ऐसे में एसडीएम व बीडीपीओ दफ्तर मे काम करवाने के लिए आते हैं। उनको भी यह भय सताता है कि कहीं एक काम करवाते-करवाते मच्छर के काटने से किसी बीमारी के गिरफ्त में न आ जाएं। एसडीएम दफ्तर व बीडीपीओ कार्यालय के बाहर यह हाल है तो बाकी जगहों का क्या हाल होगा? वैसे तो सभी सरकारी विभाग ने जहां सफाई वहां खुदाई का बोर्ड लगा कर लोगों को साफ-सफाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ बोर्ड लगाने भर से ही साफ-सफाई हो जाएगी। 118 गांवों को सुधारने का कार्य होता है बीडीपीओ कार्यालय में
बता दें कि दीनानगर स्थित बीडीपीओ कार्यालय में हलके के 118 गांवों को सुधारने का काम का होता है। कैबिनेट मंत्री के सहयोग से दीनानगर को सब डिवीजन बनाए जाने के चलते एसडीएम साहब भी अपनी सेवाएं इसी कार्यालय में निभा रहे हैं। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या लोगों को इन दिनों साफ सफाई ना होने के कारण हो रही है। वहीं सबसे उल्टा प्रभाव भी लोगों पर पड़ रहा है कि आखिर अगर सरकारी विभाग ही स्वच्छता को गंभीरता से नहीं लेंगे तो ऐसे में जनता पर कैसे असर होगा? लोगों का कहना है कि जब तक आदेश पहले सरकारी विभागों पर लागू नहीं होते लोग उन आदेशों को गंभीरता से नहीं ले सकते। कार्यालय में उगी जड़ी बूटियों से लोग परेशान
कार्यालय में काम हेतु आने वाले सोहन ¨सह, मनवीर, अखिल, गुलजार ¨सह, नीतू बाला, अनीता आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि कार्यालय में उगी हुई जंगली जड़ी बूटियों से उन्हें भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटियों के कारण लोगों में भय का माहौल है क्योंकि अधिकतर जहरीली जंगली जीव जंतु ऐसी जड़ी-बूटियों में रहते हैं जो लोगों के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि जल्द से जल्द कार्यालय के इर्द-गिर्द उगी हुई जंगली जंगली जड़ी बूटियों को कटवाया जाए ताकि काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को जंगली जड़ी-बूटियों व गंदगी से होने वाली परेशानी से मुक्ति मिले ।
जल्द ही अब कार्यालय में उगी ही बूटियों की सफाई करवा दी जाएगी। साफ सफाई रखना हर नागरिक का कर्त्तव्य है, इसलिए हमें अपने घरों एवं कार्यालयों के इर्द-गिर्द साफ-सफाई को जरूर रखना चाहिए।
सकत्तर सिंह बल, एसडीएम।