बादल बताएं 2015 में जत्थेदारों को क्यों तलब किया था : बाजवा
पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत और भवन निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री तृप्त रा¨जदर ¨सह बाजवा ने पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त प्रकाश ¨सह बादल से सवाल पूछा है।
संवाद सहयोगी, बटाला : पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत और भवन निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री तृप्त रा¨जदर ¨सह बाजवा ने पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त प्रकाश ¨सह बादल से सवाल पूछा है। बाजवा ने कहा कि बादल बताएं कि सितंबर 2015 में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दी गई माफी से पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन ¨सह और उनके सहयोगियों को अपने सरकारी निवास पर क्यों तलब किया था। बाजवा ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की यह सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। उस समय यह मामला खूब चर्चा का विषय बना था कि बादल ने डेरा प्रमुख को माफी दिलाने के लिए श्री अकाल तख्त और बाकी तख्तों के जत्थेदार साहिबान को अपने सरकारी निवास पर तलब किया है। इस बहुत ही नाजुक मामले संबंधी सच्चाई प्रकाश ¨सह बादल को खुद बतानी चाहिए।
बाजवा ने कहा कि बादल को यह भी बताना चाहिए कि पहली जून 2015 को गांव जवाहर ¨सह वाला में से चोरी हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप को ढूंढने के लिए सरकार की तरफ से पूरे यत्न क्यों नहीं किए गए। इस स्वरूप के ही पन्ने कुछ दिनों बाद बरगाड़ी गांव की गलियों में बिखरे हुए पाए गए थे। अगर बादल सरकार ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बीड़ चोरी होने की घटना को गंभीरता से लेकर इसका हल कर लिया होता तो बाद में घटी दुखद घटनाओं को टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के दोषियों को पंजाब में कैप्टन अम¨रदर ¨सह की सरकार बनने के बाद इस दिशा में किए गए गंभीर यत्नों स्वरूप ही पकड़ा जा सका है।