अध्यापको ने एडीसी कार्यालय के बाहर की नारेबाजी
दो अध्यापकों के तबादले के विरोध में शहर के समूचे अध्यापकों ने एडीसी कार्यालय के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बदले गए अध्यापक कुलवंत ¨सह और कुलदीप हंस पाल के तबादले को रद करने की मांग की। सोमवार को सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में भारी संख्या में अध्यापक एडीसी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : दो अध्यापकों के तबादले के विरोध में शहर के समूचे अध्यापकों ने एडीसी कार्यालय के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बदले गए अध्यापक कुलवंत ¨सह और कुलदीप हंस पाल के तबादले को रद करने की मांग की। सोमवार को सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में भारी संख्या में अध्यापक एडीसी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए। इसके बाद अध्यापकों ने एडीसी सुभाष को मांग पत्र सौंपते हुए जल्द से जल्द सरकार को उक्त दोनों अध्यापकों के तबादले रद करने और 75 फीसद वेतन में भी कटौती को बहाल करने और 3 साल की नौकरी पूरी कर चुके कर्मचारियों को रेगुलर करने की मांग की।
अध्यापकों ने एडीसी को मांग पत्र सौंपने के पश्चात विधायक के घर की तरफ कूच किया। इसके बाद उन्होंने पंजाब सरकार के नाम पर विधायक को भी मांग पत्र सौंपा और अध्यापकों की आर्थिक स्थिति को अवगत करवाते हुए जल्द से जल्द सभी मांगे पूरी करने की बात कही। इस मौके पर जगदीश राज, दलजीत ¨सह खालसा, अमरजीत सैनी, दिलदार भंडाल, गुरदयाल चंद, सल¨वदर ¨सह कुमार, अमरजीत शास्त्री, कपिल शर्मा, जो¨गदरपाल सैनी, नेक राज, लवप्रीत, स¨वदर ¨सह कलसी, हर¨जदर ¨सह, सतबीर ¨सह आदि उपस्थित थे। शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में रोष रैली की चेतावनी
सांझा अध्यापक मोर्चा फ्रंट के सदस्यों ने शिक्षा मंत्री ओपी सोनी के क्षेत्र में 18 नवंबर को जोरदार राज्य स्तरीय प्रदर्शन की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर अध्यापकों को ऐसे ही परेशान किया गया तो पंजाब सरकार के खिलाफ डटकर मोर्चा खोलेंगे। एडीसी के सामने बोली अध्यापक नहीं करेंगे ड्यूटी
एडीसी को मांग पत्र सौंपने गई महिला अध्यापक गुस्से में लाल पीली होती हुई बोली कि अगर केंद्र सरकार की चुनावी ड्यूटी के लिए उन्हें बोला गया तो कोई भी अध्यापक ड्यूटी नहीं देगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने भी उनके साथ धक्का दिया है और अब फालतू की ड्यूटी अभी कर्मचारी नहीं देंगे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों में से एक दो अध्यापकों ने महिला अध्यापक को शांत करवाया।