31 केस दर्ज, दो गैंगस्टर सहित दस भगोड़े पकड़े
चुनाव आयोग की सख्ती के बाद पुलिस भी सतर्क हो गई है।
जागरण संवाददाता, बटाला : चुनाव आयोग की सख्ती के बाद पुलिस भी सतर्क हो गई है। छह दिनों के भीतर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अधीन कुल 31 मामले दर्ज किए हैं। इनमें सबसे अधिक नशा तस्करी का धंधा करने वालों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के अधीन मामले दर्ज हुए। इसके अलावा दो गैंगस्टर सहित दस भगोड़ों को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की।
चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस ने हर प्रकार का रिकार्ड अप-टू -डेट करना शुरू कर दिया है। खासकर कुख्यात गैंगस्टरों की एक लिस्ट तैयार की जा रहा है। उसमें लिखा गया है कि शहर में कितने गैंगस्टर हैं। इन पर अब तक किन-किन थाने में कौन-कौन सी धाराओं के अधीन मामले दर्ज किए गए। इनका अब तक का क्या स्टेट्स है। आरोपित जेल के अंदर या फिर जमानत पर हैं। इसकी फाइनल लिस्ट चुनाव आयोग ने बटाला पुलिस से मंगवाई है। बता दें कि सीमांत क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां अधिक मात्रा में होती हैं। सबसे बड़ी बात यह सामने आई है कि यहां के लोगों ने अधिक संख्या में हथियार रखे हैं। कब गोली चल जाए, इस बारे पता नहीं लगता है। फिलहाल एसएसपी उपेंद्रजीत सिंह घुम्मन दावा कर रहे हैं कि उनकी पुलिस टीम ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद 18 एनडीपीएस एक्ट पर्चें दर्ज तथा 17 आरोपितों से 1800 नशीले कैप्सूल बरामद किए। सबसे अधिक सफलता उन्हें थाना सिटी पुलिस द्वारा प्राप्त हुई। इसके अलावा 35 ग्राम हेरोइन, 53 ग्राम अफीम, पांच आबकारी एक्ट के अधीन 88 अवैध शराब की बोतलें बरामद की गई। लंबे अर्से से चल रहे दो गैंगस्टरों सहित कुल दस भगोड़े गिरफ्तार करने में बटाला पुलिस ने बड़े स्तर पर कामयाबी हासिल की है। शरारती तत्वों पर खास नजर
पुलिस ने शहर में शरारती तत्वों पर खास नजर रखने के लिए एक टीम का गठन किया। निर्देश जारी किए गए हैं कि अगर कोई किसी प्रकार से रुकावट डालता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाए। कानून का उल्लंघन करने की किसी को इजाजत नहीं दी गई है, ऐसा करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जमानत तथा पैरोल वालों की बनी लिस्ट
शनिवार को बटाला पुलिस का क्लेरिकल स्टाफ पूरे दिन जमानत तथा पैरोल पर आने वाले आरोपित व दोषियों की लिस्ट बनाता रहा। चुनाव आयोग ने बटाला पुलिस से लिस्ट मांगी है कि कितने उनके क्षेत्र के अधीन आरोपित तथा कैदी जेल से बाहर आए हैं। उनकी सारी रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ भेजी जाए। थानों का सुस्त काम
चुनाव आयोग द्वारा मंगवाई गई लिस्ट को पूरा करने के लिए एसएसपी दफ्तर के क्लेरिकल विभाग ने काम तो जोर-शोर से करना शुरू कर दिया है, जबकि थानों की तरफ से आने वाले रिकार्ड काफी सुस्त तरीके से भेजा जा रहा है। ऐसे ही कई थानों द्वारा शानिवार को रिकार्ड नहीं भेजे जाने पर एसएसपी ने खुद जिम्मेदार थाना प्रभारियों को फोनकर उनकी क्लास लगाई। कहा कि सुधर जाएं, वरना विभागीय कार्रवाई होगी।