अध्यापक बोले-बिना शर्त रेगुलर करे सरकार
वेतन में कटौती पर एसएसए-रमसा अध्यापक खफा हैं।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : वेतन में कटौती पर एसएसए-रमसा अध्यापक खफा हैं। उन्होंने सरकार से बिना शर्त रेगुलर करने की मांग की है।
शनिवार को गवर्नमेंट टीचर यूनियन पंजाब की इकाई गुरदासपुर के जिलाध्यक्ष कुलदीप पुरेवाल, सीनियर उपाध्यक्ष कुलवंत ¨सह, महासचिव दिलदार भंडाल, वित्त सचिव अनिल कुमार और प्रेस सचिव गुरप्रीत ने संयुक्त तौर पर बताया कि पंजाब सरकार ने रेगूलर के नाम पर मौजूदा समय 42800 रुपये महीने से भी अधिक वेतन ले रहे 8886 अध्यापकों की 65 से 75 फीसद तक वेतनों की कटौती का फैसला करके उनके साथ भद्दा मजाक किया है। पिछले 10 वर्षो से शिक्षा विभाग के लिए सेवाएं प्रदान कर रहे ये अध्यापक अपना घरेलू खर्च, बच्चों की फीस, बजुर्गो की दवा, पेट्रोल खर्चा और कर्जे की किश्तें आदि सभी 15 हजार रुपये महीने से कैसे चलाएंगे। कैबिनेट की ओर से 15000 हजार देने के फैसले का बड़े स्तर पर विरोध होने के बावजूद भी पंजाब सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लिया। इससे अध्यापक वर्ग में भारी रोष पाया जा रहा है।
जीटीयू मुख्यमंत्री पंजाब से मांग करती है कि उक्त अध्यापकों की मौजूदा वेतन प्रोटेक्ट करके उन्हें बिना शर्त शिक्षा वभाग में रेगुलर किया जाए, शिक्षा प्रोवाइडरों, एसटीआर, ईजीएस और अन्य अस्थायी अध्यापक भी रेगुलर किए जाएं, डीए की चार किश्तें तथा 22 महीने का बकाया तुरंत जारी किया जाए, नई पेंशन स्कीम रद कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए, 200 रुपये वसूला जा रहा अतिरिक्त टैक्स बंद किया जाए। नेताओं ने बताया कि अधिकारिक मांगों की पूर्ति हेतु 7 अक्टूबर को पटियाले मे सांझे अध्यापक मोर्चे द्वारा पक्का मोर्चा लगाया जा रहा है। इस मौके पर तिलक राज, लवप्रीत ¨सह, हरप्रीत ¨सह, सुभाष चंद्र, सल¨वदर कुमार, अमरबीर ¨सह, पुरुषोत्तम कुमार, हीरा ¨सह भट्टी, सुख¨वदर रंधावा, गुर¨जदर ¨सह, द¨वदरजीत ¨सह, अमनदीप ¨सह, स¨तदरजीत ¨सह आदि उपस्थित थे।