दस वर्षो से टूटी हैं सड़कें, लोग बोले-नेताओं का करेंगे बहिष्कार
शहर की लगभग सभी सड़कें दस वर्षो से टूटी होने के कारण लोग परेशान हैं।
विनय कोछड़, बटाला
शहर की लगभग सभी सड़कें दस वर्षो से टूटी होने के कारण लोग परेशान हैं। टूटी सड़कों के कारण कई हादसे हुए, लोगों की जानें गई, लोग घायल हुए, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है। पंजाब सरकार ने शहर की सड़कों के लिए फंड भी जारी किए, लेकिन खानापूर्ति के नाम पर केवल वहां पर नगर कौंसिल प्रशासन ने पैचवर्क का काम करवा दिया। वहीं बारिशों के दौरान पैचवर्क वहां से उखड़ गया।
गौरतलब है कि बटाला शहर एक जमाने में औद्योगिक क्षेत्र में देश-विदेश तक अपनी अलग पहचान रखता था। यहां पर लोहे की ढुलाई का काम चलता था। तब जहां पर छह सौ के करीब औद्योगिक घराने थे, जिनका काम जोरों पर था। समय बदला, सरकार की नीतियों से यहां का औद्योगिक काम कम हो गया। कई औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई तो कइयों ने यहां से पलायन कर लिया। मालूम हुआ है कि शहर के काम व सड़कों की भंयकर दुर्दशा के लिए लोग राजनीति व प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका कहना है कि चुनावों के दौरान नेता लोग उनके यहां हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं। कई वायदे करते हैं, लेकिन जीत हासिल करने के बाद वे अपने क्षेत्र से गायब हो जाते हैं। 10 वर्षो से टूटी हैं ये सड़कें
शहर की मुख्य सड़कें हजीरा पार्क, रामतीर्थ रोड, उमरपुरा रोड, गुरदासपुर रोड, खजूरी गेट की सड़कें पिछले 10 वर्ष से टूटी हैं, लेकिन वहां पर अभी तक उन सड़कों को बनाया नहीं गया है। सर्कुलर रोड निवासी सुभाष चंद्र ने बताया कि सर्कुलर रोड बटाला का मेन रोड माना जाता है। उस रोड पर चार शिक्षण संस्थान हैं। प्रशासन व नेताओं की लापरवाही के कारण इस रोड को स्थानीय लोगों ने लावारिस घोषित कर दिया। 20
नेताओं के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड मांगेंगे
दुकानदार संजीव खोसला ने बताया कि शहर की सड़कों की हालत बिल्कुल खस्ता हो चुकी है। इस बार उन्होंने मन बना लिया है कि वे नेताओं का चुनावों के दौरान बहिष्कार करेंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। लोग उनकी इस मुहिम में जुड़ चुके हैं। बकायदा नेताओं से उनके कामकाज का रिपोर्ट-कार्ड मांगा जाएगा।
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पंडित मोहन लाल को याद करते हैं शहरवासी
70 के दशक में बटाला के विधायक व पंजाब के कैबिनेट मंत्री पंडित मोहन लाल को आज भी विकास के नाम से जाना जाता है। शहर के बुजुर्ग महावीर प्रसाद ने बताया कि पूर्व मंत्री ने शहर की सड़कों को मजबूत तरीके से बनवाया। तब शहर पंजाब में सबसे अच्छी सड़कों के रूप में जाना जाता रहा, अब हालात प्रतिकूल चल रहे हैं। उनके बाद जितने विधायक आए सबने शहर की सड़कों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
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जिम्मेदार अधिकारी व नेता
शहरवासी बटाला की भयंकर दुर्दशा के पीछे स्थानीय अधिकारियों व नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हैं। शहरवासी विजय प्रभाकर, अनीष अग्रवाल, रमेश कुमार, शिवानी शर्मा ने बताया कि उनके हलके से विधायक जीतकर प्रदेश के मंत्री रह चुके हैं, लेकिन अपने क्षेत्र का विकास करवाने में बिल्कुल नाकाम साबित हुए। अगर लोग इकट्ठा होकर नगर कौंसिल व पीडब्ल्यूडी के पास शहर की सड़कों के निर्माण के लिए जाते हैं तो उनकी कोई सुनवाई नहीं करता। ईओ बोले-फंड रिलीज के बाद काम होगा
नगर कौंसिल के ईओ भू¨पदर ¨सह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार के समक्ष सड़कों के निर्माण व मरम्मत का आठ करोड़ रुपये का एस्टिमेट भेजा गया। इसमें से छह करोड़ रुपये पास हो गया है। फंड रिलीज होने के बाद काम जल्द शुरू हो जाएगा।