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हवलदार पर फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी लेने के आरोप

पंजाब पुलिस के हवलदार पर दसवीं कक्षा का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी लेने के आरोप लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 08:03 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 08:03 PM (IST)
हवलदार पर फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी लेने के आरोप
हवलदार पर फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी लेने के आरोप

जागरण संवाददाता, बटाला : पंजाब पुलिस के हवलदार पर दसवीं कक्षा का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी लेने के आरोप लगे हैं। लुधियाना कमिश्नरेट में तैनात हवलदार सुखविदर सिंह पुत्र करतार सिंह (असली नाम फुमन सिंह) निवासी काहनूवान पर आरोप लगाने वाले का नाम भी सुखविदर सिंह है, जो गांव संगतपुरा का रहने वाला है। इसका पता शिकायतकर्ता को तब लगा, जब उसने विदेश (कनाडा) जाने के लिए अपने सीए के पास रिटर्न फाइल करने गया। इस दौरान कंप्यूटर में आया कि इस नाम की पहले से वर्ष 2009 में रिटर्न सुखविंदर सिंह के नाम का व्यक्ति फाइल कर रहा है। इसे देख शिकयतकर्ता हक्का-भक्का रह गया।

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इस संबंध में उसने रिटर्न फाइल करने वाले का रिकार्ड खंगाला तो निकला कि वह लुधियाना पुलिस कमिश्नरेट में हवलदार तैनात है। उसने जिन दस्तावेज पर रिटर्न फाइल की थी, उसे प्रूफ लगाकर डीजीपी को पत्र लिखकर इसके खिलाफ जांच की मांग की। जांच लुधियाना के डीसीपी हेडक्वार्टर दीपक पारेक के पास चल रही है। शिकायतकर्ता सुखविदर सिंह ने सोमवार को बटाला के एक होटल में प्रेसवार्ता कर उक्त पुलिस कर्मी पर आरोप लगाए। उसने बताया कि उन्होंने 1983 में बटाला के एक स्कूल से दसवीं पास की थी। उसके पास दसवीं पास के पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभी असली दस्तावेज हैं, जबकि पुलिस कर्मी के पास जो दसवीं का सर्टिफिकेट है, उसमें सभी सब्जेक्ट के नंबर उसके नंबर से मिलते हैं। परीक्षार्थी तथा पिता का नाम बिल्कुल एक जैसा है। केवल लड़ी नंबर में फर्क है। यह सच्चाई तब सामने आई, जब उन्होंने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के पास सर्टिफिकेट के बारे जानकारी हासिल की। इसके लिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड को पत्र दिया गया, जिसकी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि गांव के वोटर कार्ड में सुखविदर सिंह का नाम फुमन सिंह है। दावा किया कि उनके पास फुमन सिंह द्वारा स्कूल में की पढ़ाई का पूरा रिकार्ड है। हाईकोर्ट में करूंगा अपील

इस संबंध में शिकायतकर्ता सुखविदर सिंह ने बताया कि अगर उन्हें कानून से इंसाफ नहीं मिलेगा तो वे पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट में अपील करेंगे। उन्होंने बताया कि जब से उन्हें सच्चाई का पता चला है तो वे मानसिक तौर पर परेशान चल रहे हैं। सपने में नहीं सोचा था कि उनके साथ यह क्या हो गया। आरोप बेबुनियाद : हवलदार

इस संबंध में हवलदार फुमन सिंह से बात की गई तो उसने बताया कि दस्तावेज में उसका नाम सुखविदर सिंह पिता का नाम करतार सिंह है, जबकि उसका निक नेम फुमन सिंह है। उसने कहा कि मेरे पर आरोप लगाए सरासर बेबुनियाद है। उसकी शिकायत के आधार जांच चल रही है। यकीन से कह सकता हूं कि इन आरोपों से बाइज्जत बरी होगा। --कोट्स

केस की जांच चल रही है। किसी निष्कर्ष पर पहुंचे बगैर इस केस के संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता है। अगर वाक्य आरोप साबित होते हैं तो विभागीय कार्रवाई मुमाकिन है।

-दीपक पारेक, डीसीपी, लुधियाना हेडक्वार्टर।


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