पूरी तैयारियों के बाद ढंडरिया वाले का समागम रद होने से रोष
कस्बे में 13 से 15 नवंबर तक करवाया जाने वाला रणजीत ¨सह ढंडरिया वाले का गुरु मानियों ग्रंथ समागम विवादों मे घिर जाने के कारण प्रबंधकों द्वारा रद कर दिया गया है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : कस्बे में 13 से 15 नवंबर तक करवाया जाने वाला रणजीत ¨सह ढंडरिया वाले का गुरु मानियों ग्रंथ समागम विवादों मे घिर जाने के कारण प्रबंधकों द्वारा रद कर दिया गया है। हालांकि प्रबंधकों द्वारा समागम को रद किए जाने का कारण जिला प्रशासन द्वारा मंजूरी न मिलना बताया जा रहा है। लेकिन सभी तैयारियां मुकम्मल होने के बाद समागम को रद कर दिए जाने से क्षेत्र की सिख संगत में भारी रोष पाया जा रहा है।
सोमवार को पंथक जत्थेबंदियों की ओर से डीसी को मिलकर उनके द्वारा गत दिनों दिए गए मांग पत्र की कार्रवाई कहां तक पहुंची संबंधी बातचीत की गई। वहीं दूसरी तरफ ढंडरिया वाले के कार्यक्रम के समर्थक भी डीसी व एसएसपी को मांग पत्र देने के लिए पहुंचे थे। एसएसपी से बातचीत के बाद माहौल तनावपूर्ण बनने की स्थिति को देखते हुए समागम रद कर दिया गया। समागम को प्रबंधकों की सहमति से रद किया गया है।
गौरतलब है कि दीनानगर क्षेत्र की एक दर्जन के करीब ग्राम पंचायतों द्वारा इस समागम को करवाने के लिए जिला प्रशासन को मंजूरी के लिए लिखती बिनती करने के बाद समागम की सभी तैयारियां भी मुकम्मल कर ली गई थीं। कुछ सिख संगठनों, जिसका नेतृत्व भाई अमरीक ¨सह अजनाला कर रहे थे, के सख्त विरोध के कारण प्रबंधक गुट व विरोध करने वाले गुट के बीच तनाव पैदा हो गया था। गत दिनों भाई अमरीक ¨सह अजनाला व बाबा बुध ¨सह घुम्मण वालों के नेतृत्व में डीसी कार्यालय के समक्ष विरोध करने वाली जत्थेबंदी द्वारा रोष धरना देने के बाद जिला प्रशासन को दीनानगर में करवाए जाने वाले समागम को मंजूरी न देने की बिनती की गई थी। समागम को लेकर भाई र¨जदर ¨सह काहलों, गुरनाम ¨सह छीना व जत्थेदार गुरमीत ¨सह मगराला आदि तैयारियां कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से चल रही थी जंग
समागम के रद होने से विरोध करने वाला गुट सोशल मीडिया पर पूरी खुशी मना रहा है, वहीं समागम के प्रबंधकों ने इसको प्रशासन की नाकामी बताते हुए कहा कि यह समागम क्षेत्र की बड़ी मांग थी। इसके रद होने से क्षेत्र की संगत में भारी निराशा है। सोशल मीडिया पर समागम को लेकर जंग का मैदान काफी गर्माया हुआ था। विरोध कर रहे गुट का आरोप था कि रणजीत ¨सह ढंडरिया वाला सिख पंथ के खिलाफ प्रचार कर रहा है व समागम को किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। दूसरी तरफ रणजीत ¨सह ढडरियां वाले द्वारा भी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके आलोचकों को तर्क व तत्थों सहित उनका सामना करने की चुनौती दी जा रही थी।