नदारद रहे अश्वनी सेखड़ी, कांग्रेस वर्करों ने पैसे देकर धरने पर बैठाए लोग
अ'चली गेट के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर कांग्रेसियों के साथ नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर वीरवार को धरना दिया।
जागरण संवाददाता, बटाला : अच्चली गेट के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर कांग्रेसियों के साथ नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर वीरवार को धरना दिया। हालांकि धरने की रूपरेखा तैयार करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री अश्वनी सेखड़ी धरने से नदारद रहे। कांग्रेसियों ने विशाल इकट्ठ करने के लिए लोगों को पैसे देकर धरने पर बैठाया।
कांग्रेसियों का आरोप था शहर के विकास में सबसे बड़ी रुकावट नगर कौंसिल के ईओ भू¨पदर ¨सह है। शहर की कई समस्याएं हैं, जिन्हें वे अनदेखा कर रहे हैं। इसके बाद लोगों ने नगर कौंसिल के सुपरिंटेंडेंट को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। बता दें कि सुबह पूर्व कैबिनेट मंत्री अश्वनी सेखड़ी द्वारा नगर कौंसिल दफ्तर के समक्ष वार्डवासियों सहित धरने का कार्यक्रम था। सुबह 11 बजे धरने का समय रखा गया। कांग्रेस भवन में वर्करों की संख्या साढ़े 12 बजे तक पूरी नहीं हुई तो आनन-फानन में कांग्रेसी वर्करों ने पैसे देकर अन्य लोगों को धरने में शामिल करवाया।
दैनिक जागरण ने उनमें ऐसे कुछ लोगों से बात की तो उन्होंने अपना नाम न छापने की सूरत में बताया कुल 20 लोगों को कांग्रेस ने हायर किया। प्रति व्यक्ति 200 रुपये दिए गए। उधर, कांग्रेसियों के इस धरने का नेतृत्व करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री अश्वनी सेखड़ी खुद नदारद रहें और वार्ड स्तर के नेता बिट्टी शर्मा व साहिल शर्मा को धरने की कमान सौंपने के लिए भेजा। उन्होंने नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर धरना दिया। अपने संबोधन के दौरान कांग्रेसी नेता ¨रकू बजावा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। इसके बावजूद कांग्रेसियों के काम नहीं हो रहे हैं। नगर कौंसिल के ईओ भू¨पदर ¨सह उनके काम करने के बजाय साफ मना कर देते हैं। ईओ को बदल देना ही शहर के पक्ष में रहेगा। कैबिनेट मंत्री तृप्त रा¨जदर ¨सह बाजवा के द्वारा ईओ को नगर कौंसिल बटाला में अपाइंट करने पर पूछे सवाल का इन नेताओं के पास कोई जवाब नहीं था। इतना जरूर कहा कि उन्होंने इस बारे में स्थानीय सरकार के मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू से मुलाकात कर सारी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। 20 साल पुरानी समस्या
धरने में शामिल 65 वर्षीय दर्शन रानी ने बताया कि उनके वार्ड में 20 साल पुरानी समस्या है। पानी की किल्लत, सीवरेज की समस्या, स्ट्रीट लाइटें बंद, टूटी गालियां जैसी मूलभूत सुविधाओं से वे लंबे समय से वंचित हैं। चुनाव के दौरान पार्षद उनसे हाथजोड़ कर वोट मांगने आ जाते हैं, ¨कतु जीत हासिल करने के बाद नजर नहीं आते। अगर उनके पास समस्या लेकर जाए तो बोलते हैं कि नगर कौंसिल में उनकी कोई नहीं सुनता। मोहल्लेवासियोंने इस बार ठान लिया है कि अगर चुनावों के दौरान उनके यहां कोई नेता वोट मांगने के लिए आएगा तो उसे यहां से भागा देंगे। खुद के पैसे से गली रिपेयर करवाई
अच्चली के पास रहने वाले विद्यार्थी शुभ ने बताया कि उनका बचपन इस मोहल्ले में गुजरा। आठ साल पहले यहां गलियों का काम हुआ। दो साल बाद ये गलियां टूट गई। एमसी के पास गए कि नई गलियां बनाई जाए। ¨कतु आज तक गलियां किसी एमसी नहीं बनवाई। गलियों की हालत खस्ता हुई तो गली वालों ने मिलकर थोड़े-थोड़े पैसे डालकर इसकी रिपेयर करवाई। गली वालों ने ठान लिया है कि इस बार चुनावों में नेताओं का बाहिष्कार किया जाएगा। दो घंटे लेट लगा धरना 20 मिनट में उठाया
कांग्रेसियों ने लोगों की समस्याओं को लेकर वीरवार को नगर कौंसिल में धरना दो घंटे लेट लगा और ठीक बीस मिनट बाद उसे उठा दिया गया। धरने को लेकर कांग्रेसियों की आज काफी किरकिरी हुई। कांग्रेस वर्करों ने अपनी बयानबाजी में कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के खिलाफ बयानबाजी की। जरूरी मीटिंग में चंडीगढ़ जाना पड़ा था : सेखड़ी
उधर, धरने में शामिल नहीं होने की बात पर अश्वनी सेखड़ी ने कहा कि उन्हें जरूरी मीटिंग में अचानक चंडीगढ़ जाना पड़ा। इसलिए वे धरने में शामिल नहीं हो सके। कांग्रेसी वर्करों की ओर से पैसे लेकर धरने पर लोगों को बिठाने की बात संबंधी उन्होंने जानकारी होने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा वे जांच करवाएंगे।