वर्दी फाड़ने के आरोपित ने खुद को बताया बेकसूर
कुछ दिन पहले थाना किला लाल ¨सह के अंतर्गत आते गांव तारागढ में एक पुलिस कर्मचारी लख¨वदर ¨सह निवासी तारागढ़ ने गांव के ही कुछ लोगों पर मारपीट करने व वर्दी फाड़ने के गंभीर आरोप लगाए थे।
संवाद सहयोगी, किला लाल ¨सह : कुछ दिन पहले थाना किला लाल ¨सह के अंतर्गत आते गांव तारागढ में एक पुलिस कर्मचारी लख¨वदर ¨सह निवासी तारागढ़ ने गांव के ही कुछ लोगों पर मारपीट करने व वर्दी फाड़ने के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद बुधवार को आरोपित गुरप्रीत ¨सह ने प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस कर्मचारी के सभी आरोपों को नकार दिया। उसने कहा कि उसके गांव में 10 अक्टूबर जागरण था। इस संबंधी गांव के कुछ नौजवान जागरण संबंधी बोर्ड लगा रहे थे। बोर्ड पर उसकी तस्वीर भी छपी थी। उसने आरोप लगाया कि लख¨वदर ¨सह बोर्ड पर मेरी तस्वीर छपी देख तैश में आ गया। उसने अपने कुछ साथियों सहित उसको गालियां निकाल मारपीट की। इसमें गांव का एक युवक घायल हो गया, जो अभी भी अस्पताल में भर्ती है। उसने बताया कि वो सरपंची के मुख्य दावेदार है, जोकि लख¨वदर ¨सह को पसंद नहीं। इस लिए उसने मुझ पर व मेरे और साथियों पर बेबुनियाद झूठे आरोप लगाए है। इस मौके पर गुरदीप ¨सह करवाली, गुर¨वदर ¨सह, हर¨वदर ¨सह, बाबा धर्मकोट आदि हाजिर थे। मुझ पर हमला कर वर्दी फाड़ी गई : लख¨वदर ¨सह
इस संबंधी पुलिस कर्मचारी लख¨वदर ¨सह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गुरप्रीत ¨सह झूठ बोल रहा है। वे थाना वेरका के अधीन चौकी मूदल पर तैनात हैं। उस दिन ड्यूटी से वे वापस घर आए तो देखा कि उनके घर के बाहर कुछ नौजवान शराबी हालत में खड़े थे। उन्होंने उन लोगों को जाने के लिऐ बोला तो उन्होने फोन कर गुरप्रीत ¨सह व उसके साथियों को बुला लिया। इस पर इन्होंने मेरे साथ मारपीट की व मेरी वर्दी फाड़ दी तथा साथ ही मेरे घर में भी तोड़फोड़ की। 18
तफ्तीश जारी है : थाना मुखी
इस संबंधी थाना किला लाल ¨सह के प्रभारी अमोलकदीप ¨सह ने बताया कि दोनों पार्टियों की तरफ से थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है। पुलिस की तरफ से इस मामले की तफ्तीश चल रही है। जो भी दोषी पाया गया उस खिलाफ बनती कार्यवाई की जाएगी।