सुबह से तैयारी, फिर भी सफाई अधूरी
सेहत विभाग की ओर से डिलवरी के दौरान मां और ब'चे की मौत दर को कम करने के उदेश्य से विभिन्न अस्पतालों की की जा रही चे¨कग के तहत फैमिली प्ला¨नग विभाग के डायरेक्टर नरेश कांसरा ने सिविल अस्पताल गुरदासपुर का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : सेहत विभाग की ओर से डिलवरी के दौरान मां और बच्चे की मौत दर को कम करने के उदेश्य से विभिन्न अस्पतालों की की जा रही चे¨कग के तहत फैमिली प्ला¨नग विभाग के डायरेक्टर नरेश कांसरा ने सिविल अस्पताल गुरदासपुर का निरीक्षण किया। काबिलेजिक्र है कि सिविल अस्पताल के स्टाफ की ओर से डायरेक्टर के आगमन के चलते सुबह से साफ सफाई के काम में जुटे हुए थे। इसके बावजूद डायरेक्टर द्वारा केवल सफाई के कार्य में ही कमी बताई गई।
डायरेक्टर फैमिली प्ला¨नग के आने की सूचना के चलते अस्पताल का सफाई स्टाफ सुबह से ही सफाई कार्य में जुटा हुआ था। इसके बावजूद जब डायरेक्टर ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो उन्होंने पत्रकारों को कहा कि अस्पताल की सफाई व्यवस्था में कुछ कमियां नजर आई है। इससे साबित होता है कि सुबह से सफाई कार्यो में जुटे होने के बावजूद अगर सफाई व्यवस्था में कमी पाई गई है तो आम दिनों में हालात कैसे होते है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
फैमिली प्ला¨नग के डायरेक्टर कांसरा ने बताया कि विभाग की ओर से 21 जुलाई तक पंजाब के विभिन्न अस्पतालों में जच्चा बच्चा वार्ड के निरीक्षण का कार्यक्रम बनाया गया। जिसके तहत शनिवार को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में बच्चों के लिए ओआरएस का घोल उपलब्ध नहीं है,जिसे जल्द उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मरीजों से बातचीत करने के दौरान यह बात सामने आई है कि लोगों को 108 नंबर एंबुलेंस की सेवाएं संबंधी जानकारी नहीं है। जबकि डिलवरी के दौरान से पहले और बाद में मरीज को घर से लाने व घर छोडऩे के लिए 108 एंबुलेंस का सहयोग लिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि उ्न्होंने अस्पताल के डाक्टरों के साथ भी बैठक करके उनकी मुश्किलें सुनी। जिन्हें उच्च अधिकारियों तक पहुंचा कर हल करवाया जाएगा। उ्न्होंने बताया कि अस्पताल में सफाई के प्रबंध में कुछ कमी नजर आई है, जिसे दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए है।