असलाह रखने वाले 90 लोगों के डोप टेस्ट पॉजिटिव
राज्य सरकार की ओर से असला लाइसेंस बनाने से पहले डोप की शर्त को अनिवार्य करने के बाद गुरदासपुर जिले में पिछले 4 महीने में 1900 लोगों के डोप टेस्ट हुए हैं। इनमें से 90 के आसपास डोप टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। इ
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर : राज्य सरकार की ओर से असला लाइसेंस बनाने से पहले डोप की शर्त को अनिवार्य करने के बाद गुरदासपुर जिले में पिछले 4 महीने में 1900 लोगों के डोप टेस्ट हुए हैं। इनमें से 90 के आसपास डोप टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से कुछ लोगों के दोबारा से डोप टेस्ट किए गए, जिनमें से 15 नेगटिव मिले। इन लोगों के डोप टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्होंने दोबारा से सिविल अस्पताल में आवेदन देकर टेस्ट को भी चेक करने की अपील भी नहीं की है। इससे साफ सिद्ध होता है कि विभिन्न प्रकार के नशों में संलिप्त ऐसे लोगों के पास असलाह लाइसेंस के हथियार दिए गए थे जो लोग नशे में धुत होकर वारदातों या घटनाओं को अंजाम देते थे।
नशे में धुत होकर विवाह शादियों होती थी फाय¨रग
-जिला प्रशासन ने ऐसे लोगों को असला लाइसेंस दिया हुआ है जो लोग विवाह शादियों में शराब के नशे में धुत होकर फाय¨रग करने को अपना शौक समझते थे। ऐसे लोगों में से डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले लोग भी नशे से संबंधित थे, जिन्होंने दोबारा से अपना टेस्ट करने की अपील ही नहीं की।
नशा छोड़ने वालों की संख्या हुई 280 के पार--
सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में ओट सेंटर के अंदर अब तक 280 चिटटा छोड़ने वाले मरीजों ने अपनी रजिस्ट्रेशन करवा ली है। नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉक्टर वीरेंद्र कुमार मोहन का कहना है कि पंजाब सरकार की ओर से नशा छुड़ाने वाले लोगों को भरपूर सुविधाएं दी जा रही हैं। अगर कोई व्यक्ति नशा छोड़ना चाहता है तो गा सीधे तौर पर उनसे कार्यालय में संपर्क कर सकता है। ऐसे लोगों का पूरा अच्छा इलाज किया जाएगा।