गन्ने का बकाया व धान खरीद को लेकर कमेटी डीसी से मिली
किसानों-मजदूरों को शूगर मिलों में आ रही समस्याओं को लेकर किसान मजदूर-संघर्ष कमेटी ने प्रदेश महासचिव सरवन सिंह की अध्यक्षता में डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर के साथ बैठक की।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : किसानों-मजदूरों को शूगर मिलों में आ रही समस्याओं को लेकर किसान मजदूर-संघर्ष कमेटी ने प्रदेश महासचिव सरवन सिंह की अध्यक्षता में डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर के साथ बैठक की। जिसमें गन्ने का बकाया, धान की खरीद, मंडियों में होती किसानों की लूट बंद कराने, शूगर मिल पनियाड़ व बटाला की पिड़ाई समर्था बढ़ाने आदि मामलों पर करीब डेढ़ घंटे तक बैठक चली। बैठक में एसीडीओ गुरदासपुर समेत विभिन्न शूगर मिलों के प्रबंधकों को बुलाया गया। इसके बाद डीसी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। किसान नेताओं ने डीसी को बताया कि पनियाड़ मिल का 29 करोड़, बटाला मिल का साढे 5 करोड़ और कीड़ी अफगाना मिल की ओर 110 करोड़ रुपये किसानों का बकाया है। कीड़ी मिल मैनेजमेंट ने 30 करोड़ रुपये की शूगर इस महीने बेची है। लेकिन किसानों को सिर्फ दस करोड़ ही दिया गया। इस हिसाब से किसानों का पिछले बकाया राशि देने का कीड़ी मिल को 11 महीने का समय लगेगा। जबकि इसके मुकाबले शेष मिलों की ओर कम बकाया है।
किसान नेताओं ने बताया कि यूनियन की बात सुनने के बाद डीसी ने कीड़ी मिल मैनेजमेंट को किसानों का बकाया तुरंत रिलीज करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि बुट्टर मिल मैनेजमेंट ने जो नोटिस संगठन के नेताओं को भेजे है कि आपका गन्ना बांड नहीं किया जाएगा, क्योंकि आपने किसानों के पक्ष में मिल समक्ष धरना दिया है, इस पर डीसी ने बोलते हुए कहा कि यह जम्हूरी अधिकारों की उल्लंघना है और इस पर मिल प्रबंधकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।