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शहीद जगजीत सिंह को किया नमन

सीआरपीएफ की 219 बटालियन के शहीद इंस्पेक्टर जगजीत सिंह संधू का चौथा श्रद्धांजलि समारोह नेशनल अवार्डी डा. परमजीत सिंह कलसी की अध्यक्षता में गांव कोटला शरफ में उनके निवास स्थान पर हुआ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 03:47 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 03:47 PM (IST)
शहीद जगजीत सिंह को किया नमन

संवाद सहयोगी, बटाला : सीआरपीएफ की 219 बटालियन के शहीद इंस्पेक्टर जगजीत सिंह संधू का चौथा श्रद्धांजलि समारोह नेशनल अवार्डी डा. परमजीत सिंह कलसी की अध्यक्षता में गांव कोटला शरफ में उनके निवास स्थान पर हुआ। इसमें शहीद के बैचमेट रहे उनकी यूनिट के सहायक कमांडेंट नरेन्द्र कुमार बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए।

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उनके अलावा शहीद की माता नरेन्द्र कौर, पत्नी सीडीपीओ रछपाल कौर, बेटे गुरनूर सिंह व सहबाज सिंह, भाई दलजीत सिंह, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की, जिला परिषद के चेयरमैन रविनंदन सिंह बाजवा, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन बलविंदर सिंह कोटला बामा, सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर जालंधर से सहायक कमांडेंट धर्म लाल, सहायक कमांडेंट मनोज कुमार, सीडीपीओ वरिंदर सिंह, लैंडमॉरगेज बैंक के चेयरमैन सुखदेव सिंह रंधावा, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद लांस नायक संदीप सिंह शौर्य चक्र के पिता जगदेव सिंह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यातिथि सहायक कमांडेंट नरेन्द्र कुमार ने कहा कि इंस्पेक्टर जगजीत सिंह उनकी यूनिट के बहादुर योद्धा थे और हर आपरेशन में हमेशा आगे रहते थे। शहीदों के लहू से प्रज्वलित है आजादी की शमां

परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि आजादी की शमां शहीदों के लहू से प्रज्वलित है। इसकी वजह से देश का आम नागरिक अमन व चैन की सांस ले रहा है। उन्होंने कहा कि जिला पठानकोट व गुरदासपुर की बलिदानी मिट्टी ने अपने असंख्य लाल देश की बलिवेदी पर कुर्बान किए हैं। परिषद ने लगाया शहीद परिवारों के जख्मों पर मरहम

नेशनल अवार्डी डा. परमजीत सिंह कलसी ने कहा कि जब भी कोई सैनिक शहीद होता है तो उसका परिवार जिदा लाश बनकर रह जाता है। मगर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद इन शहीद परिवारों के जख्मों पर मरहम लगा उन्हें फिर से पैरों पर खड़ा करते हुए उन्हें जीने का मकसद प्रदान करती है। सारे समाज को ऐसी संस्था से प्रेरणा लेकर इन परिवारों के मान-सम्मान की बहाली हेतु प्रयास करने चाहिए। मुख्यातिथि ने शहीद के परिजनों सहित दस अन्य शहीद परिवारों को दोशालें ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। शहीद परिवार की ओर से तीन सरकारी स्कूलों को 51-51 सौ रुपये की राशि प्रदान की गई। इस मौके पर राजेश कुमार, सरपंच लखविंदर सिंह, बलराज सिंह, सरपंच भूपिंदर सिंह, डा. हरनेक सिंह टोनी, साधू सिंह शेखवां, सरपंच बलराज सिंह, बलविंदर सिंह बज्जूमान, प्रिसिपल बलविंदर कौर बाजवा, प्रि.अमरजीत सिंह संधू, हैडमास्टर भूपिन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।


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