बीएसएफ ने गोद लेकर सरकारी स्कूल की बदली नुहार
बीएसएफ के सेक्टर गुरदासपुर के डीआइजी राजेश शर्मा के निर्देशों पर सोमवार को बीएसएफ की 10 बटालियन के कमांडेंट व¨रदर वाजपाई की अगुवाई में सीमावर्ती गांव रतर छत्र में बीएसएफ की ओर से गोद लिए गए सरकारी स्कूल में सिविल एक्शन प्रोग्राम आयोजित किया गया।
संवाद सहयोगी, कलानौर : बीएसएफ के सेक्टर गुरदासपुर के डीआइजी राजेश शर्मा के निर्देशों पर सोमवार को बीएसएफ की 10 बटालियन के कमांडेंट व¨रदर वाजपाई की अगुवाई में सीमावर्ती गांव रतर छत्र में बीएसएफ की ओर से गोद लिए गए सरकारी स्कूल में सिविल एक्शन प्रोग्राम आयोजित किया गया। समागम में विशेष तौर पर शामिल हुए 10 बटालियन के टूआइसी हर¨वदर ¨सह गिल ने रीबन काट कर इस सिवक एक्शन प्रोग्राम की शुरुआत की।
इस मौके पर स्कूल की विभिन्न कक्षाओं के छात्रों रमनप्रीत, अमृतपाल , जगतार ¨सह,राजन आदि ने धार्मिक शबद के अलावा देश भक्ति के गीत, कविता बोल कर खूब मनोरंजन किया। इस मौके पर डिप्टी कमांडेंट अवतार ¨सह, संजीव कालड़ा, प्रीत कौर, सुखपाल ¨सह, नंबरदार सतनाम ¨सह, रठपाल ¨सह, बबीता कुमारी, सुनील सैनी, अमनदीप कौर व अन्य उपस्थित थे।
टूआइसी हर¨वदर ¨सह गिल ने कहा कि सीमावर्ती पट्टी पर बसे गांव रतर छत्र के स्कूल की अति खस्ता हालत को देखते हुए बीएसएफ की ओर से इस स्कूल को पिछले समय दौरान गोद लिया हुआ है। जिस तहत बीएसएफ द्वारा इस स्कूल को पिछले समय दौरान गोद लिया हुआ है। जिस तहत बीएसएफ ने इस स्कूल में लाखों रुपये की लागत से तीन कमरों का निर्माण करने के अलावा बाकी बि¨ल्डग की रिपेयर व स्कूल में मेन गेट का निर्माण, रंगाई और पढ़ाई के साथ संबंधित स्लोगन व पानी की निकासी संबंधी पाइप डाली हैं। उन्होंने बताया कि पिछले समय दौरान भी बीएसएफ की ओर से इस स्कूल में विद्यार्थियों और अध्यापकों के लिए कुर्सियों के अलावा खेलों का सामान भेंट किया गया था। उन्होंने बताया कि बीएसएफ की ओर सेइस समय स्कूल की ईमारत की नुहार बदलने के अलावा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को खेलों से जोडऩे के लिए वालीबॉल व बैड¨मटन का खेल मैदान तैयार करने उपरांत खेल सामग्री भी भेंट की गई है। जिससे स्कूल के विद्यार्थी खेलों से जुड़कर अपनी सेहत व मानसिक तौर पर विकास करेंगे।
खेलों से जोड़ने का किया जात है प्रयास
गिल ने कहा कि बीएसएफ की ओर से सीमावर्ती गांवों के लोगों के लिए समय-समय पर मेडिकल कैंप और सीमावर्ती गांवों के नौजवानों व स्कूलों के विद्यार्थियों को खेलों से जोड़ने के संबंध में खेल का सामान भी दिया जाता है।