पराली को जलाना मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक : डीसी
डीसी मोहम्मद इशफाक ने किसानों से धान की पराली और फसल के अवशेषों में आग नहीं लगाने की अपील की।
संवाद सहयोगी, बटाला : डीसी मोहम्मद इशफाक ने किसानों से धान की पराली और फसल के अवशेषों में आग नहीं लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पराली जलाना मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और साथ ही मित्र कीटों के लिए बहुत हानिकारक है। इसे नियंत्रित करना हम सभी की सामान्य जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को जागरूक कर रहा है। डीसी ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पराली जलाने की रोकथाम के लिए गांवों में पहले से ही नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं, जो ऐसे मामलों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए किसान कल्याण विभाग द्वारा गांवों में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। धान की पराली को संभालने के लिए बेलर मशीन काफी कारगर साबित हो रही है। पराली इकट्ठा करके धान की कटाई के बाद बेलर मशीन का संचालन किया जा सकता है।