Move to Jagran APP

पराली को जलाना मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक : डीसी

डीसी मोहम्मद इशफाक ने किसानों से धान की पराली और फसल के अवशेषों में आग नहीं लगाने की अपील की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 09:51 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 05:04 AM (IST)
पराली को जलाना मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक : डीसी
पराली को जलाना मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक : डीसी

संवाद सहयोगी, बटाला : डीसी मोहम्मद इशफाक ने किसानों से धान की पराली और फसल के अवशेषों में आग नहीं लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पराली जलाना मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और साथ ही मित्र कीटों के लिए बहुत हानिकारक है। इसे नियंत्रित करना हम सभी की सामान्य जिम्मेदारी है।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को जागरूक कर रहा है। डीसी ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पराली जलाने की रोकथाम के लिए गांवों में पहले से ही नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं, जो ऐसे मामलों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए किसान कल्याण विभाग द्वारा गांवों में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। धान की पराली को संभालने के लिए बेलर मशीन काफी कारगर साबित हो रही है। पराली इकट्ठा करके धान की कटाई के बाद बेलर मशीन का संचालन किया जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.