मिल प्रबंधन बोला-कुछ दिनों में दे देंगे किसानों की बकाया राशि
गन्ना की बकाया राशि 200 करोड़ रुपये को लेकर चड्ढा शुगर मिल के समक्ष किसानों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। सुबह पहली बैठक के बाद मिल प्रबंधन के मनीष कुमार और एसडीएम बलवीर राज सिंह ने माझा किसान संघर्ष कमेटी से शाम चार बजे दूसरी बैठक की। इस दौरान प्रबंधन ने माना कि वह किसानों का इतना पैसा तुरंत नहीं दे सकते पर कुछ दिनों में सारी अदायगी कर दी जाएगी।
संवाद सूत्र, हरचोवाल : गन्ना की बकाया राशि 200 करोड़ रुपये को लेकर चड्ढा शुगर मिल के समक्ष किसानों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। सुबह पहली बैठक के बाद मिल प्रबंधन के मनीष कुमार और एसडीएम बलवीर राज सिंह ने माझा किसान संघर्ष कमेटी से शाम चार बजे दूसरी बैठक की। इस दौरान प्रबंधन ने माना कि वह किसानों का इतना पैसा तुरंत नहीं दे सकते पर कुछ दिनों में सारी अदायगी कर दी जाएगी।
बता दें कि मिल को सरकार की तरफ डाले जाने वाले पैसों का भी अब तक भुगतान नहीं हुआ है। अगर मिल ने किसानों को जनवरी में अदायगी की थी तो वो भी अपने खाते से अदा की थी। तीसरे दिन शुक्रवार को किसानों ने मिल के समक्ष विभिन्न गांव से पहुंचें गन्ना किसानों प्रबंधन कमेटी तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेताओं ने कहा कि 100 दिन से ऊपर का समय हो चुका है। इसके बावजूद मिल प्रबंधन कमेटी ने उनकी बकाया राशि जारी नहीं की। ऐसे में उनकी आर्थिक हालत कमजोर हो चुकी है। इन क्षेत्र में अधिकतर किसानों ने गन्ना की फसल करते हैं। मालूम हो कि मिल को प्रतिदिन 2.40 करोड़ का गन्ना सप्लाई होता है। हड़ताल की वजह से मिल के अंदर गन्ना पिराई का काम बिलकुल ठप पड़ा है। मिल के भीतर गन्ना पिराई, शुगर मिल, वाइन फैक्ट्री तथा शीशा बनाने का काम चलता है। हड़ताल के कारण सारा ठप पड़ा है। मिल में जितने कर्मी तथा अधिकारी काम करते हैं, वे बिल्कुल फ्री हो चुकें है। अगर मिल के बाहर किसानों का धरना इस तरह जारी रहा तो मिल प्रबंधन कमेटी अपने कर्मियों की छंटनी कर सकता है। उधर, मिल तथा किसानों के बीच चली बैठक बेनतीजा रही। उसके बाद फिर किसानों ने अपना धरना मिल के समक्ष लगा दिया।
इस अवसर पर किसान नेता बलविद्र सिंह राजू, दलेर सिंह नंबरदार, गुरमीत
सिंह, गुरजीत सिंह, लखिवंद्र सिंह, रछपाल सिंह, कर्मजीत सिंह आदि मौजूद थे।
मिल को सरकारी पैंसा नहीं मिला
बटाला : मिल प्रबंध कमेटी ने अपनी सफाई देते कहा कि किसानों को 25 रुपये प्रति क्विंटल मिलने वाला पैसा सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया। जनवरी में जिन किसानों को गन्ना की पैमेंट जारी की गई, उसमें मिल ने अपनी जेब से सारे पैसे अदा किए। वे कई बार सरकार तथा संबंधित विभाग को लिख चुके हैं पर रुपये जारी नहीं हुए। किसानों की बकाया राशि अदा करने के लिए मीटिग का दौर चल रहा है, जल्द मामला सुलझा लिया जाएगा।
ऐसे मिलता है पैसा
बटाला : प्रति क्विंटल गन्ना की कीमत किसान को 310 रुपये मिलती है। इसमें 285 रुपये मिल तथा 25 रुपय से सरकार देती है। मिल को इस बार लगभग 60 हजार क्विंटल गन्ना पिराई की अप्रूवल सरकार से मिली है। इसमें जनवरी के दस दिन तक 43 करोड़ रुपये किसानों की गन्ना पेमेंट जारी हुई है।