चार्ट से ज्ञान और रूचि दोनों बढ़ाएंगे विद्यार्थी
बठिडा अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को विभिन्न विषयों की जानकारी देनेके लिए शैक्षणिक चार्ट स्कूलों में लगाए जाएंगे। ऐसा विद्यार्थियों का विषयों में रुची बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। उनका साथ में मानसिक विकास में बढ़ोतरी होती रहेगी।
संस, बठिडा : अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को विभिन्न विषयों की जानकारी देने के लिए शैक्षणिक चार्ट स्कूलों में लगाए जाएंगे। ऐसा विद्यार्थियों का विषयों में रूचि बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में नोटिस भी जारी कर दिया ्र है। शिक्षा विभाग की ओर से हिदायत दी गई है कि पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में चार्ट बनाए जाएं ताकि विद्यार्थियों को विषयों के बारे में असानी से समझाया जा सके। इससे अध्यापकों को भी विद्यार्थियों को विषय संबंधी समझाने में आसानी होगी। इससे विद्यार्थियों में अपने विषय के अलावा अन्य विषय में भी रूचि पैदा होगी। वहीं अध्यापकों को भी विद्यार्थियों को सिखाने में आसानी होगी। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने अध्यापकों को इस संबंध में विषय का चुनाव कर विभाग में भेजने को कहा है।
पहली से आठवीं तक के लिए लगेंगे चार्ट
पहली से आठवीं तक बच्चों के लिए चार्ट बनाए जाएंगे। इस संबंध में एनसीआरईटी द्वारा कई प्रकार की गतिविधियां करवाई जा रही है। एसएसए से विद्यार्थी व पेरेंट्स जानकारी लेकर उसके चार्ट बनाकर स्कूल में लगाएंगे। जिससे विद्यार्थियों को उस संबंधी समझाया जाएगा। इसके बाद विद्यार्थियों यहां से गुजरते हुए चार्ट को देखेगें। उनको इस संबंधी जानकारी मिलती रहेगी। इससे विद्यार्थियों की मानसिक विकास भी साथ में होगा। शिक्षा विभाग के आदेशानुसार चार्ट पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए लगाए जाएंगे। पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को रचनात्मकता से ज्ञान देने के लिए ऐसा किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की क्रियाओं के बारे में जानकारी देना है।
विद्यार्थियों की बढ़ेगी विषयों में रू चि
चार्ट लगाने से जहां बच्चों की शिक्षा में रूचि बढ़ेगी तो वहीं इससे बच्चों को विषय की गहराई के बारे में सिखने को मिलेगा। क्योंकि विद्यार्थियों को विषय के संबध में चार्ट मेकिग से अच्छे तरीके से समझाया जाएगा। अध्यापकों को उन्हें समझाना ज्यादा आसान हो जाएगा। इससे विद्यार्थियों अलग से विषय की जानकारी मिलती रहेगी। उनका साथ में मानसिक विकास में बढ़ोतरी होती रहेगी।