पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करने की अपील
ग्लोबल वार्मिग के चलते मौसम ने विश्व गुरु कहे जाने वाले भारत को दो हिस्सों में बांट दिया है।
नरेश भनोट, बटाला
ग्लोबल वार्मिग के चलते मौसम ने विश्व गुरु कहे जाने वाले भारत को दो हिस्सों में बांट दिया है। एक तरफ जहां असम में अभी से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, वही दूसरी ओर पंजाब सहित पूरा उत्तर भारत प्रचंड गर्मी से त्राहि-त्राहि कर उठा है। पंजाब में तो भयंकर गर्मी के चलते लू लगने के कारण मौतें होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। मई महीने में ही जून जैसी गर्मी पड़ने के कारण इंसान तो क्या बेजुबान पशु पक्षी भी बेहाल होने लगे हैं। इस कारण शहर के पर्यावरण प्रेमियों के माथे पर चिता की लकीरें खींची हुई नजर आ रही हैं और वह इन बेजुबानओं के लिए पानी की व्यवस्था करते देखे जा सकते हैं। 18
श्री राम तलाई मंदिर में दो दर्जन मिट्टी के कटोरे रखे : अरुण चौधरी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े पर्यावरण प्रेमी अरुण चौधरी ने अपने साथियों के सहयोग से दो दर्जन के करीब मिट्टी के बड़े कटोरे मंदिर परिसर के विभिन्न स्थानों पर रखे हैं। इनमें रोजाना अरुण चौधरी, अर्श बब्बर, सुशील मेहता, सुदर्शन महाजन तथा पवन वर्मा की ओर से पानी तथा खाद्य सामग्री पक्षियों तथा गिलहरियों के लिए डाली जाती है। इन्होंने बताया कि ऐसे कार्य करने से उन्हें आत्म आनंद की अनुभूति होती है। 16
घर की छतों पर जल पात्रों की करें व्यवस्था : नरेश शर्मा
भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए समाज सेवक व पर्यावरण प्रेमी नरेश शर्मा ने सभी शहर वासियों को अपने घर की छतों पर मिट्टी के कटोरे रख उनमें रोजाना पक्षियों के लिए पानी डालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बेजुबान पक्षियों का इस गर्मी में बुरा हाल है। 17
पार्को तथा सैरगाह में घोंसले व पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें : सुदर्शन
पर्यावरण प्रेमी सुदर्शन महाजन ने पशु पक्षियों को भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए पार्को में घोंसले और पीने के लिए पानी की व्यवस्था करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में हाईवे बनाने के नाम पर पेड़ों की गई अंधाधुंध कटाई ही भीषण गर्मी का कारण बन रही है। हमें पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए।