भूकंप के जोरदार झटके से दहशत, घरों से बाहर निकले लोग
मंगलवार शाम 4.32 बजे भूकंप का जोरदार झटका आया।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
मंगलवार शाम 4.32 बजे भूकंप का जोरदार झटका आया। इस दौरान लोगों ने घरों के पंखे हिलते दिखे। दफ्तरों में कंप्यूटर व अन्य सामान में कंपन महसूस किया गया। इसके बाद दहशत में आए कई इलाकों के लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। पुलिस लाइन रोड पर चल रहे एक निजी ट्यूशन सेंटर में तीसरी मंजिल पर पढ़ने वाले बच्चे भागकर मैदान में आ गए। दो बार लगातार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप आते ही पुलिस लाइन रोड पर तीसरी मंजिल से 100 से अधिक लोग फटाफट सीढि़यों से बाहर की तरफ भागना शुरू हो गए। इसी बिल्डिंग में एक ट्यूशन सेंटर भी है, जहां और छोटे बच्चे भी पढ़ते हैं। बड़ों ने भागता देख छोटे बच्चों ने रोना शुरू कर दिया। हालांकि भूकंप के झटकों से किसी का जानी नुकसान नहीं हुआ। सिविल अस्पताल में मरीजों के बढ़े ब्लड प्रेशर
भूकंप आते ही सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बैठे मरीज और उनके परिजन फटाफट नीचे की तरफ जाने लगे, लेकिन जब तक वे बिल्डिग से बाहर आते तब तक भूकंप के झटके रुक चुके थे। सिविल के डॉक्टर मनजिदर सिंह बब्बर का कहना है कि भूकंप के झटके से किसी भी मरीज को कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि कुछ मरीजों के ब्लड प्रेशर बढ़ गए, लेकिन भूकंप के झटके खत्म होने के तुरंत पश्चात उन्होंने राहत की सांस ली। मंदिरों में शुरू हुई प्रार्थना
भूकंप के झटकों के तुरंत बाद गीता भवन मंदिर, शिवाला मंदिर व हनुमान मंदिर में भगवान का जाप शुरू हो गया। लोगों का कहना था कि भूकंप के झटकों को रोकने के लिए भगवान से प्रार्थना अत्यंत जरूरी रहती है। उन्होंने कहा कि कुदरती आपदा के आगे किसी का भी जोर नहीं है। भगवान के दरबार में ही ऐसी आपदाओं को रोकने की पूरी शक्ति रहती है। किला लाल सिंह में भूकंप के बाद बिजली गुल
उधर, किला लाला सिंह में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग घरों व दुकानों से घबरा कर बाहर की तरफ बागे। पूरे इलाके की बिजली भी गुल हो गई। छतों पर लगे पंखे खुद ही जोर-जोर से झूल रहे थे, जिसे देख लोग काफी भयभीत दिखाई दे रहे थे।
कलानौर में भूकंप के बाद मची अफरा-तफरी
कलानौर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। हरभजन सिंह, प्रदीप सिंह, गगनदीप सिंह, नरिदर विज्ज, सुखविदर सिंह, महिदरपाल आदि ने बताया कि भूकंप के झटके आते ही लोगों में अफरा तफरी मच गई और लोग अपने घरों से बाहर आ गए।