हथकड़ी खोलते ही हवालाती ने अदालत परिसर की तीसरी मंजिल से लगाई छलांग, मौत
पेशी पर लाए हवालाती सुखदेव सिंह ने बुधवार को भागने के लिए हथकड़ी खोलते ही अदालत परिसर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : पेशी पर लाए हवालाती सुखदेव सिंह ने बुधवार को भागने के लिए हथकड़ी खोलते ही अदालत परिसर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। जमीन पर सिर जोर से टकराने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। सुखदेव सिंह पर नशा तस्करी का केस दर्ज था। पुलिस उसे सिविल जज अमरदीप सिंह की अदालत में पेश करने के लिए लाई थी। पेशी से पहले सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह ने उसकी हथकड़ी खोली तो सुखदेव ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। घटना के बाद अदालत परिसर में अफरातफरी मच गई। एसएसपी स्वर्णदीप सिंह खुद मौके पर पहुंचे। हादसे के बाद सुखदेव के परिजन बार-बार 108 एंबुलेंस के लिए फोन करते रहे लेकिन एक घंटे तक एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद उसे निजी गाड़ी से सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुखदेव सिंह अमृतसर जिले के गांव पंगाली कलां का रहने वाला था। दो दिन पहले उसे कलानौर पुलिस ने नशा तस्करी के केस में पकड़ा था। सुखदेव के साथ एक महिला और एक अन्य व्यक्ति पर भी मामला दर्ज किया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस बुधवार को उसे अदालत में पेश करने गुरदासपुर लाई थी। छलांग लगाने के हरकत देख परिसर में मौजूद लोग दंग रह गए। सिर जमीन पर लगने के कारण उसका काफी खून बह चुका था। परिजनों का आरोप, केस से निकालने के लिए पुलिस मांग रही थी पैसे
सुखदेव के परिजनों ने आरोप लगाया कि कलानौर थाने की पुलिस ने दो दिन पहले सुखदेव और दो अन्य लोगों को नशा तस्करी के केस में पकड़ा था। सुखदेव को केस से निकालने के लिए पुलिस मुलाजिम उनसे पैसे मांग रहे थे। हालांकि पुलिस ने परिजनों की ओर से लगाए आरोपों को सिरे से नकार दिया है। केस दर्ज करने के बाद आरोपित को अदालत में पेश करने लाए थे। पैसों की किसी से कोई बात नहीं हुई। पिता बोला-हथकड़ी लगी होती तो न मरता मेरा बेटा
कोर्ट कांप्लेक्स में तीसरी मंजिल से छलांग लगाने वाले सुखदेव सिंह के पिता बलवंत सिंह ने आरोप लगाया है कि अगर उसके बेटे को हथकड़ी लगाई होती तो वह छलांग न लगाता। उन्होंने बताया कि कोर्ट में पेश करने से पहले उसके बेटे का सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया गया तब भी पुलिस ने हथकड़ी नहीं लगाई हुई थी। जबकि उसका बेटा मामला दर्ज होने के बाद मानसिक तौर पर डिप्रेशन में चल रहा था। उसने टेंशन की वजह से छलांग लगा दी। उधर, एसएसपी स्वर्ण जीत सिंह का कहना है कि मामले संबंधी पूरी जांच की जाएगी। इन पर हुआ था केस दर्ज
पांच अक्टूबर को थाना कलानौर की पुलिस ने नारकोटिक सेल की ओर से पकड़े गए गुरमीत पत्नी सुखराज बलदेव पुत्र कुंदन लाल से 1030 प्रतिबंधित गोलियां बरामद की थीं। पुलिस ने जब इनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हमें अमृतसर के एक मेडिकल स्टोर में काम करने वाले सुखदेव सिंह से यह गोलियां मिलती हैं। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने सुखदेव सिंह को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सुखदेव को अदालत में पेश कर इसका 1 दिन का रिमांड हासिल किया और बुधवार को दोबारा से अदालत में पेश करने के लिए लेकर आई थी।