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डेंगू के 83 मरीज, प्लेटलेट्स मशीन नहीं होने से सिविल में नहीं हो रहा उपचार

जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 02:40 AM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 06:22 AM (IST)
डेंगू के 83 मरीज, प्लेटलेट्स मशीन नहीं होने से सिविल में नहीं हो रहा उपचार
डेंगू के 83 मरीज, प्लेटलेट्स मशीन नहीं होने से सिविल में नहीं हो रहा उपचार

नरेश कद, कपूरथला

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जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासन डेंगू की रोकथाम को लेकर गंभीर नहीं है। शहर में सफाई व्यवस्था भी चरमराई हुई है और जगह-जगह कूढ़े के ढेर लगे हैं। सफाई कर्मचारी भी दोपहर के बाद ही कूड़ा उठाते हैं। नगर कौंसिल की ओर से शहर के अलग-अलग वार्डो में फॉगिग नहीं करवाई गई है जिससे लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।

कपूरथला के सिविल अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए बनाया गया छह बेड का स्पेशल रूम भी आम मरीजों के लिए खोला दिया गया है। सिविल अस्पताल में प्लेटलेट्स चढ़ाने वाली मशीन ना होने की वजह से डेंगू के मरीजों दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। कई बार ज्यादा गंभीर मरीजों की जान भी खतरे में पड़ जाता है। मजबूरन मरीजों को निजी अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

साल 2017 में सिविल अस्पताल को प्लेटलेट्स चढ़ाने वाली मशीन तो मिली थी लेकिन पिछले साल फगवाड़ा में डेंगू के मामले बढ़ने से मशीन फगवाड़ा सिविल अस्पताल भेज दी गई थी जो कि अभी तक वापस नहीं आई है। सिविल अस्पताल में आने वाले डेंगू के मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जालंधर के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। मरीजों के परिजनों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष है।

शहर में नहीं करवाई जा रही फागिग

नगर कौंसिल की तरफ से शहर के वार्डों में फॉगिग नहीं करवाई जा रही है। पिछले एक सप्ताह से कपूरथला के सिविल अस्पताल में डेंगू के सात संदिग्ध मरीज इलाज करवाने के लिए दाखिल हुए। प्लेटलेट्स मशीन न होने के कारण उन को प्राथमिक सहायता देने के बाद जालंधर रेफर कर दिया गया। अस्पताल में उपस्थित जतिंदर कुमार, पवन कुमार, निहाल सिंह, अमन कुमार, मनजीत कुमार, विपन कुमार आदि ने बताया कि पंजाब सरकार के सिविल अस्पताल में सेहत सुविधा मुहैया करवाने के वादे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से कपूरथला में प्लेटलेट्स मशीन मुहैया करवाने की मांग की। जिले में डेंगू के 260ं ंदिग्ध मरीजों के टेस्ट किए गए जिनमें से 83 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गई। इन मरीजों में कपूरथला के 39, काला संघिया के 30, बेगोवाल के चार, ढिलवां तीन, सुल्तानपुर लोधी तीन, फगवाड़ा का एक व पांछटा में एक, भुलत्थ के दो मरीज पॉजीटिव पाए गए। कुछ मरीज अपना इलाज अपने घरों में ही करवा रहे है और कुछ मरीज अपना इलाज निजी अस्पतालों में करवा रहे हैं।

सिविल अस्पताल में डेंगू के मरीजों का किया जा रहा इलाज : एसएमओ

जिले में 83 मरीज डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं। 39 मरीज कपूरथला के है, जो कि अपना इलाज कपूरथला के सिविल अस्पताल के डाक्टरों से करवा रहे हैं। इन मरीजों की हालत इतनी खराब नहीं है कि उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल किया जाए। उन्हें दवाई देने के बाद घर में भेज दिया जाता है। मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के कारण डेंगू वार्ड में मरीजों को दाखिल करना पड़ रहा है। यदि डेंगू का मरीज अस्पताल में आएगा तो उसके लिए स्पेशल तौर पर डेंगू से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए हुए है।


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