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16 दिन काम फिर 17वें दिन हड़ताल

16 दिन काम करने के बाद 17वें दिन फिर से मिनिस्टीरियल यूनियन ने कलम छोड़ हड़ताल कर दी है। बता दें कि मांगों को लेकर यूनियन की ओर से लगातार 12 दिन हड़ताल की थी उस समय प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर दी थी। लेकिन मांगें न पूरी होती देख कर्मचारी फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए। कर्मचारियों ने रघबीर सिंह बडवाल प्रदेश चेयरमैन जिला चेयरमैन बलजिदर सिंह सैनी सर्बजीत सिंह लखविदर सिंह नरेंद्र सिंह सावन सिंह की अध्यक्षता में डीसी कार्यालय के समक्ष विशाल धरना देकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 05:56 PM (IST)Updated: Thu, 07 Mar 2019 05:56 PM (IST)
16 दिन काम फिर 17वें दिन हड़ताल

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : 16 दिन काम करने के बाद 17वें दिन फिर से मिनिस्टीरियल यूनियन ने कलम छोड़ हड़ताल कर दी है। बता दें कि मांगों को लेकर यूनियन की ओर से लगातार 12 दिन हड़ताल की थी, उस समय प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर दी थी। लेकिन मांगें न पूरी होती देख कर्मचारी फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए। कर्मचारियों ने रघबीर सिंह बडवाल प्रदेश चेयरमैन, जिला चेयरमैन बलजिदर सिंह सैनी, सर्बजीत सिंह, लखविदर सिंह, नरेंद्र सिंह, सावन सिंह की अध्यक्षता में डीसी कार्यालय के समक्ष विशाल धरना देकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

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आरोप लगाया कि पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल की 6 मार्च को हुई बैठक में उनकी कोई भी मांग स्वीकार नहीं की गई। जिसके रोष स्वरुप हड़ताल करने का निर्णाय लिया है। सरकार द्वारा मंत्रिमंडल की बैठक में मुलाजिमों के साथ किए वादे व मांगों पर विचार तक नहीं किया गया। जिस पर पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसेज यूनियन के निर्देशों पर सरकार के खिलाफ फिर से मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों का भरोसा जीतने में बिल्कुल विफल साबित हुई है। मौके पर प्रगट सिंह, दलजिदर कौर, नीलम कुमारी, अजय कुमार, कमलजीत सिंह, हरविदर सिंह, मेनूअल, गुरदित्त सिंह, बलविदर कुमार, दलबीर भोगल, मुकेश कुमार, जसप्रीत सिंह, सुरिदरपाल, बलविदर कुमार, मोहन लाल आदि उपस्थित थे।

इन मांगों पर उबाल

कर्मचारियों ने बताया कि सरकार द्वारा सात प्रतिशत दी गई डीए की किस्त को उनकी ओर से नकारा गया है, क्योंकि अब तक 1-1-2017 से महंगाई भत्ते की चार किस्तें पेंडिंग हैं तथा 23 महीने का बकाया भी ड्यू है। इसके अलावा 200 रुपये का टैक्स बंद किया जाए।


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