जिले गुरदासपुर के 15 विद्यार्थियों ने स्टेट मैरिट में स्थान बनाया
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में जिला गुरदासपुर पंजाब में 16वें नंबर पर रहा। जिले के 23191 विद्यार्थियों ने दसवीं कक्षा की परीक्षा दी, जिनमें से 13206 विद्यार्थी पास हुए है। कुल मिला कर जिले की पास फीसद 59.96 फीसद रहा। जिले के 15 विद्यार्थियों ने स्टेट मेरिट में स्थान हासिल किया है। पिछले साल जिले में पास फीसद 57 प्रतिशत रहा था। इसके चलते जिले ने 2.96 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की है।
सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में जिला गुरदासपुर पंजाब में 16वें नंबर पर रहा। जिले के 23191 विद्यार्थियों ने दसवीं कक्षा की परीक्षा दी, जिनमें से 13206 विद्यार्थी पास हुए है। कुल मिला कर जिले की पास फीसद 59.96 फीसद रहा। जिले के 15 विद्यार्थियों ने स्टेट मेरिट में स्थान हासिल किया है। पिछले साल जिले में पास फीसद 57 प्रतिशत रहा था। इसके चलते जिले ने 2.96 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की है। जिले के स्टेट मैरिट में रहे विद्यार्थियों की सूची
श्रेया पुत्री नरेश कुमार बाल विद्या मंदिर हाई स्कूल गुरदासपुर ने पंजाब में पहला, डॉली पुत्री राकेश कुमार बाल विद्या मंदिर हाई स्कूल गुरदासपुर ने चौथा, किरणदीप कौर पुत्री हर¨पदर ¨सह गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल शेखपुर ने चौथा, सहजप्रीत कौर पुत्री ज¨तदर ¨सह दशमेश पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोटली सूरत मल्ली ने दसवां, रीतिका शर्मा पुत्री राज कुमार गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल दरबार पंडोरी ने 17वां, अंजली पुत्री पवन निश्चल योगी राज श्री बावा लाल दयाल मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल ध्यानपुर ने 18वां, र¨तदर कौर पुत्री कुलवंत ¨सह सीनियर सेकेंडरी स्कूल ध्यानपुर ने 18वां, अनमोलप्रीत कौर पुत्री सतवंत ¨सह सेंट सोल्जर मॉडर्न हाई स्कूल काहनूवान रोड बटाला ने 18वां, महकदीप कौर पुत्री हर¨वदर ¨सह सीनियर सेकेंडरी स्कूल ध्यानपुर ने 18वां, स्मृति ¨सह पुत्री बलधीर ¨सह एसएस डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अवांखा दीनानगर ने 22वां, हरकिरत ¨सह पुत्र गुरकिरपाल ¨सह गवर्नमेंट हाई स्कूल भाम ने 22वां, भारती पुत्री संजीव कुमार बाल विद्या मंदिर हाई स्कूल गुरदासपुर ने 25वां, भारती पुत्री जसबीर कुमार श्री हरकृष्ण मॉडर्न स्कूल बटाला ने 26वां, अंजली गिल पुत्री राजेश कुमार सर्वज्योति मॉडर्न हाई स्कूल नीवां धकाला बहरामपुर ने 26वां और सिमरनजीत कौर पुत्री स¨वदर ¨सह गुरु हरराए स्कूल पंजगराईयां ने 28वां रैंक हासिल किया है। विद्यार्थियों के सपने
जन मन होता था तभी पढ़ती थीं श्रेया
स्पोर्ट्स कोर्ट में पंजाब में प्रथम रहने वाली बाल विद्या मंदिर हाई स्कूल गुरदासपुर की श्रेया पुत्री नरेश कुमार नॉन मेडिकल की पढ़ाई करके लेक्चरर बनना चाहती है। भले ही उसे स्टेट मैरिट में रहने की तो पूरी उम्मीद थी, लेकिन उसने कभी पंजाब में फर्स्ट आने संबंधी सोचा भी नहीं था। अपनी इस उपलब्धि के लिए वह अपने अभिभावकों व स्टाफ के सहयोग को अहम मानती है। श्रेया ने बताया कि वह वह टाइम बनाकर कभी पढ़ाई नहीं करती थी। जब मन कहता था तभी वह पढ़ाई करती है।
डॉक्टर बनना लक्ष्य : डॉली
इसी स्कूल की पंजाब में चौथा रेंक हासिल करने वाली डॉली पुत्री राकेश कुमार ने बताया कि वह मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए वह स्कूल के अलावा भी भारी मेहनत करके पढ़ाई करती है, ताकि वह अपने लक्ष्य को हासिल कर सके।
लेक्चरर बना चाहती हैं बाल विद्या मंदिर की भारती
बाल विद्या मंदिर स्कूल की पंजाब में 25वें रैंक पर रहने वाली भारती पुत्री संजीव कुमार ने बताया कि उसके पिता दुकानदार और माता कविता गृहिणी है। उसका भाई गगन नौंवी कक्षा में पढ़ता है। आगे चल कर वह नॉन मेडिकल की पढ़ाई करके लेक्चरर बनना चाहती है। वह चेस की गेम में जिला स्तर तक खेल चुकी हैं। स्कूल के अलावा वह चार से पांच घंटे पढ़ती है। वह अपने ¨प्रसिपल रितू को अपना आदर्श मानती है। सर्वज्योति मॉडर्न की अंजलि बनना चाहती हैं डॉक्टर
सर्वज्योति मॉडर्न हाई स्कूल नीवां धकाला बहरामपुर की अंजलि गिल पुत्री राजेश कुमार ने पंजाब में 26वां रेंक हासिल किया है। उसके पिता राजेश कुमार सीआरपीएफ में तैनात है। उसकी माता संतोष गिल गृहिणी है। उसने बताया कि वह आगे मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहती है। जिसके लिए वह रोजाना स्कूल के अलावा सात से आठ घंटे कड़ी मेहनत से पढ़ाई करती है।
डॉक्टर बन लोगों की सेवा करना चाहती हैं स्मृति
एसएस डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अवांखा की स्मृति ने 22वां रैंक हासिल किया है। उसने बताया कि वह अपने नाना नानी के पास रहती है। उसके नाना न¨रजन ¨सह बीएसएफ से रिटायर्ड है। जबकि नानी र¨जदर कौर गृहिणी है। वह आगे चल कर मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहती है। वह अपनी इस सफलता के लिए अपने नाना नानी व स्कूल स्टाफ का सहयोग मानती है।