युवक की तीन दोस्तों ने की बेरहमी से हत्या
एक युवक की उसके तीन दोस्तों न ही मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपियों ने पहले उसे नशीली चीज पिलाया और फिर उसके हाथ-पैर व गर्दन ताेड़ दी। युवक की चीख न निकले, इसके लिए आरोपियों ने उसके मुंह में भुट्टा डाल दिया था।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। एक युवक की उसके तीन दोस्तों न ही मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपियों ने पहले उसे नशीली चीज पिलाया और फिर उसके हाथ-पैर व गर्दन ताेड़ दी। इस 32 वर्षीय युवक की जसवंत राय उर्फ विक्की की चीख न निकले, इसके लिए आरोपियों ने उसके मुंह में भुट्टा (मक्की) डाल दिया था।
विक्की का खून से सना शव फिरोजपुर रेलवे स्टेशन (कैंट) के सामने स्थित भगवान दास देवकी नंदन धर्मशाला के कमरे में मिला। कमरा आर कुमार यानी राजेश कुमार उर्फ काका के नाम पर उसके दिल्ली वाले पते से बुक था। खबर लिखे जाने तक पुलिस कत्ल की असली वजह जानने के प्रयास में लगी हुई थी। जानकारी के अनुसार काका पहले फिरोजपुर की बस्ती कंबोज में रहता था। अब दिल्ली के बुद्ध विहार में रह रहा है।
बताया जाता है कि इस वारदात में उसके दो अन्य साथी बेदी कॉलोनी के रिंकू सुनियारा व फिरोजपुर के बंता सिंह चौकी क्षेत्र के अशोक कुमार उर्फ शोकी भी शामिल थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हत्या
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 11.30 बजे विक्की घर से यह कहकर निकला था कि उसके दोस्त काका को बैंक से कर्ज लेने के बारे में बात करनी है। उनसे मिलने के बाद बेटी मान्या के लिए साइकिल लेकर लौटूंगा। विक्की जीरा स्थित एचडीएफसी बैंक में कार्यरत था और उसे दो साल पहले ही नौकरी मिली थी। 2012 में विक्की की शादी प्रियंका से हुई थी और उसके दो साल की बेटी मान्या है।
मान्या पापा से साइकिल की जिद कर रही थी।
परिजनों के अनुसार, विक्की घर से ही रोजाना जीरा आया जाया करता है। घटना वाले दिन घर से जाने के पहले उसे किसी का फोन आया था। फोन करने वाले से विक्की कह रहा था कि तेरे पास आइडी प्रूफ नहीं है। कर्ज नहीं मिल सकता। उसके बाद से विक्की घर नहीं लौटा।
पुलिस के अनुसार, शव देखकर लग रहा था कि उसकी हत्या रविवार को ही कर दी गई थी। इस बारे में जांच अधिकारी थाना सदर प्रभारी यादविंदर सिंह ने बताया कि इस बारे में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और अारोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस बोली किसी लड़की के चक्कर में भागा होगा
विक्की के दोस्त दीपक अरोड़ा व भाई गौरव कहते हैं कि थाना सदर पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती। जब विक्की के लापता होने की खबर दी गई, तो पुलिस ने यह कह कर लौटा दिया कि 24 घंटे बाद आना। गुमशुदगी की रिपोर्ट लिख लेंगे। थाने में पुलिस वाले ने यह भी कहा कि किसी लड़की का चक्कर होगा एक-दो दिन देख लो, लौट आएगा।
18 घंटे बाद खुला कमरा
भगवान दास देवकी नंदन सराय का कमरा नंबर 18 आखिरकार 18 घंटों बाद खुला। सराय में सभी कमरे की देखभाल कर रहे खेमचंद कहते हैं कि सराय में कमरा दिया जाता है, लेकिन ताला ग्राहक का ही होता है। ऐसे में कमरा नंबर 18 में ताला लगा था, मेरे पास चाबी नहीं थी। खेमचंद यह भी कहता है कि विक्की को उसने नहीं देखा और न ही कमरे के अगल-बगल वालों ने कोई चीख ही सुनी।