स्टाक खत्म होने से 19 सेंटरों पर रुकी वैक्सीनेशन
अप्रैल माह के दौरान बढ़े कोरोना के कहर के बाद सेहत विभाग की वैक्सीनेशन मुहिम को तेजी मिली लेकिन अब वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण में ब्रेक लग रही है।
दर्शन सिंह,सुभाष आनंद, फिरोजपुर : अप्रैल माह के दौरान बढ़े कोरोना के कहर के बाद सेहत विभाग की वैक्सीनेशन मुहिम को तेजी मिली, लेकिन अब वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण में ब्रेक लग रही है। 89 हजार वैक्सीन जिले में पहुंचने के बावजूद 56 हजार वैक्सीन लोगों को लग सकी है और इतनी संख्या के वैक्सीन का बकाया होने के बावजूद सेहत अधिकारी वैक्सीन की कमी होने की बात कर रहे हैं।
वैक्सीनेशन स्टाफ ने खुद स्वीकार किया कि उनके यहां वैक्सीन की कमी पाई जा रही है और लोगों का टीकाकरण करने के लिए बाहरी सब सेंटरों को वैक्सीन मंगवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सेंटर में रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की भीड़ हो चुकी है, लेकिन वैक्सीन की कमी पाई जा रही है । दो बजे तक 150 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका था । जिले के सब सेंटरों व मिनी पीएचसी सहित कुल 19 सेंटरों में वीरवार को वैक्सीन का स्टाक खत्म होने पर वीरवार को यहां आने वाले ग्रामीणों को बिना टीकाकरण के लौटना पड़ा।
6000 डोज पहुंच रही है फिरोजपुर
सिविल सर्जन ने कहा कि उनके पास शाम तक 6000 डोज ओर पहुंच जाएगी और वैक्सीनेशन की मुहिम को फिर गति मिलेगी ।
आइसोलेशन वार्ड के पास ही लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन
सिविल अस्पताल फिरोजपुर के जिस आंखों के स्टेट आई अस्पताल में बनाए आइसोलेशन सेंटर में कोरोना पीड़ित नौ मरीजों का इलाज चल रहा है उसी बिल्डिग के ग्राउंड फ्लोर पर आंखों की ओपीडी और डोप टेस्ट के साथ साथ कोरोना वेक्सीनेशन की जा रही है। हैरानी वाली बात ये सामने आई है कि सेंटर के पास बने नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल मरीजों को तो छुट्टी दे दी गई। लेकिन आइसोलेशन वार्ड की इमारत में हो रही मरीजों की भारी आमद के बावजूद वायरस से होने वाले नुकसान को अनदेखा किया जा रहा है ।
यही नही विगत साल इसी सेंटर में कोरोना मरीजों के दाखिल होने पर पुलिस की तैनाती होती थी और किसी को भी आइसोलेशन वार्ड के निकट गुजरने तक नही दिया जाता है, लेकिन क्या अब हालात बदल गये है या फिर कोरोना का खौफ कम हो गया है, एक सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। इसी सेंटर में हो रहे वैक्सीनेशन के दौरान कोरोना प्रोटोकाल को नजरंदाज कर लोगों की भीड़ इकट्ठा की जा रही है । टेस्ट के बगैर ही दाखिल किया जा रहा है मरीजों को
जिले के मुख्य अस्पताल फिरोजपुर में अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बिना कोरोना टेस्ट के दाखिल किया जा रहा है। एसएमओ डा. गुरमेज राम गुराया ने बताया कि वे उन मरीजों को ही दाखिल करते है जिन का दाखिल होना जरूरी होता है । उनके दाखिल होने के बाद कोरोना टेस्ट लिए जाते हैं और अगर मरीज की हालत गंभीर हो तो उसे फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जाता है।
फिरोजपुर में कोरोना से दो लोगों की मौत, 35 नए केस मिले
जिले में वीरवार को कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 नए केस मिले हैं। मरने वाले दोनों पुरुष फिरोजपुर शहर के थे। जिले में 371 टेस्ट लिए गये और 108 लोगों ने बीमारी को मात दी। अब तक जिले में कुल 1 ,23 ,442 लोगों की सैंपलिग की गई है और इनमें 1,16,425 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है । जिले में मरने वालो की संख्या 198 तक पहुंच चुकी है और एक्टिव केस 6624 हो चुके हैं। अब तक 5735 लोग बीमारी को मात दे चुके हैं ।